Dhanbad : नवरात्र, छठ और रामनवमी पर्व के आते ही फलों के दाम आसमान छू रहे हैं. शहर की फल मंडी चैती छठ, रामनवमी और नवरात्र के लिए सज गई है, हालांकि कीमतें बढ़ने से खरीदार और दुकानदार मायूस हैं. दुकानदारों का कहना है कि व्रत और पूजा-पाठ में फलों की बिक्री बढ़ जाती है. परंतु दाम बढ़ने से खरीदार मोल भाव ज्यादा करते हैं. जिसे एक किलो खरीदना होता है, वे तीन पाव या आधा किलो में ही काम चला लेना चाहते हैं. फल विक्रेता कहते हैं कि इस बार फलों के दाम में 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है . खरीदार तो आ रहे हैं. मगर पूछताछ ज्यादा करते हैं.
केला और सेब हुआ डेढ़ गुना महंगा
पिछले 30 वर्षों से हीरापुर के हटिया में फलों का ठेला लगा रहे संजय गुप्ता ने बताया कि इस बार केला के भाव में बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल की अपेक्षा इस साल केले में प्रति कांधी 100 से 120 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है. केले के जिस कांधी की कीमत 300 से 400 हुआ करती थी, वह अब 500 रुपये पहुंच गया है. सेब का रेट भी 150 रुपये किलो तक पहुंच गया है.
संतरा और नारियल भी कुछ कम नहीं
फल विक्रेता दीपू कुमार बताते हैं कि कुछ दिनों तक 60 से 70 रुपये किलो बिकने वाला संतरा भी 100 रुपये पार कर गया. नारियल भी 30 की जगह 45 रुपये में बेचा जा रहा है. इसी तरह अंगुर, पपीता, शकरकंद और मिश्रीकंद जैसे फलों के दाम भी बढ़े हुए हैं. दुकानदार कह रहे हैं कि मांग बढ़ने के अनुसार आपूर्ति नहीं है. इसलिए दाम बढ़े.
पर्व मनानेवाले उत्साहित, बढ़ी चहल-पहल
इधर तीन पर्व को लेकर लोगों मे काफी उत्साह है. बाजारों में रौनक बढ़ गयी है. पूरा बाजार फल, सुप, दौरा सहित पूजा की सामग्री से सज गया है. एक तरफ रामनवमी में लगने वाले पताकों से पूरा बाजार अटा पड़ा है तो दूसरी ओर बांस के सुप और दौरे से. सुप और दौरा बेचने वाली मीरा देवी कहती हैं कि बांस के बने सुप और दौरा के मूल्य में भी 20 से 30 रुपये की वृद्धि हुई है. दौरा 2 वर्ष पहले 200 से 300 में बेचा करते थे, वह अब 500 रुपये हो गए हैं. इस लिए इस वर्ष छोटे आकार का ही दौरा ले कर आए हैं.
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