Rizwan Shams
Dhanbad : गैंगस्टर प्रिंस खान ने धनबाद के एक कारोबारी से पांच दिन पहले वाट्सएप मैसेज कर 20 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी. दो दिन तक कारोबारी ने कुछ नहीं किया, सोचा कि शायद किसी की शरारत हो. फिर दुबारा उसके मोबाइल पर प्रिंस का मैसेज आया… क्या सोचे हो, खोपड़ी खुलवाना है ? इसके बाद कारोबारी और उसका परिवार सहम गया. अपने करीबी लोगों को बुलाकर मामले की जानकारी दी, कई तरह के मशवरे आए, फिर तय हुआ कि पुलिस के पास जाना चाहिए. एक परिचित ने डीएसपी के बारे में सुझाव दिया कि भले व्यक्ति हैं, जरूर हल निकाल देंगे. फिर कारोबारी उक्त डीएसपी के पास गया. सारा दुखड़ा सुनाया. डीएसपी साहब ने कहा कि एफआईआर करा दीजिए, अब व्यापारी सोच में पड़ गया. फिर हिम्मत कर बोला- सर एफआईआर कराने से मामला सुलझ जाएगा, दोबारा उसे फोन कॉल नहीं आएंगे. इस सवाल का जवाब तो डीएसपी साहब के पास भी नहीं था. उन्होंने कहा- नंबर ही ब्लॉक कर दीजिए, फोन नहीं आएंगे.
आधे घंटे तक चली मीटिंग के बाद कारोबारी तय नहीं कर पाया कि आखिर उसे करना क्या है. लेकिन क्या नहीं करना है, इसकी प्लानिंग उसने वहां बैठे-बैठे ही जरूर बना ली. जैसे… अब दुकान नहीं खोलना है, दुकान खुली भी तो काउंटर पर खुद नहीं बैठना है. अकेले में घर से बाहर नहीं निकलना है. दुकान व घर के बीच की दूरी तय करने में वक्त बिलकुल नहीं गंवाना है. खुद बैंक नहीं जाना है, जैसे कई ऐसे काम हैं, जो अब उसे नहीं करने हैं.
श्रीमान, आप अपराधी को ब्लॉक क्यों नहीं कर देते
डीएसपी साहब ने कारोबारी को बड़े इत्मिनान से समझा दिया कि नंबर ब्लॉक कर दो, तमाशा खत्म हो जाएगा. वाकई ऐसा हो गया तो एक व्यापारी के लिए इससे बढ़िया कोई उपाय नहीं होगा. लेकिन सवाल ये है कि आखिर गैंगस्टर के पास सिर्फ एक ही मोबाइल नंबर है, क्या वह दूसरे नंबर से कारोबारी को फिर धमकी नहीं दे सकता है. अगर दी तो फिर कितने नंबरों को वह ब्लॉक करता रहेगा, व्यापारी ने चाहा कि बोल दें … श्रीमान, आप अपराधी को ब्लॉक क्यों नहीं कर देते. लेकिन ठिठक गया.
…नहीं तो गैंगस्टर का नेटवर्क ब्लॉक कर दें
गैंगस्टर प्रिंस खान दुबई में है, उसे गिरफ्तार कर देश लाने की तमाम कवायद हो चुकी है. लेकिन उसका पूरा नेटवर्क उसकी गैरमौजूदगी में धनबाद में है, हमारे ही बीच में है. इस नेटवर्क को ब्लॉक कर दीजिए न. प्रिंस तक व्यपारियों का फोन नंबर पहुंचाने वाला, उसकी वसूली करने वाला, कारोबारी और रंगदार के बीच मांडवाली कराने वाला, प्रिंस की अवैध कमाई से धनबाद में पनपने वाला, सभी तो यहीं हैं डीएसपी साहब, कीजिए न इनको ब्लॉक.
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