मिला 50 प्रतिशत अनुदान, मगर बारिश हुई नहीं तो कैसे बोएंगे बीज
Dhanbad : झारखंड सरकार ने धनबाद के किसानों के बीच 50 प्रतिशत अनुदान पर 1200 क्विंटल धान के बीज का वितरण कर दिया है. परंतु मॉनसून के इंतजार में किसानों के चेहरे की रौनक ही गायब है. बीज कितना ही अच्छा हो, अच्छी फसल के लिए बारिश जरूरी है. बारिश के अभाव में बोआई नहीं हो पा रही है. सामान्य धान के बीज की दर 3560 से 3900 व हाइब्रिड की दर 20,300 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है. झारखंड सरकार के बिरसा बीज उत्पादन विनियम वितरण तथा फसल विस्तार योजनांतर्गत कृषि विभाग को आवंटित किया गया था. वही बीज किसानों को आवंटित किया गया.
झारखंड में धान की खेती बेहतर ढंग से बड़े पैमाने पर होती है. तमाम प्रखंडों में पैक्स के जरिये धान के बीज का वितरण किया गया. जिला कृषि पदाधिकारी के अनुसार धनबाद में सबसे अधिक धान की फसल उगाई जाती है. आंकड़ों के अनुसार इस वक्त जिले के 41,661 किसान परिवार लगभग 42 हज़ार हेक्टर भूमि पर खेती कर रहे हैं. इनमें एक हेक्टेयर भूमि वाले 30,567 किसान शामिल हैं. एक से दो हेक्टेयर भूमि वाले 10,231 व दो से चार हेक्टेयर या उससे अधिक भूमि वाले 863 किसान खेती कर रहे हैं.
विगत 5 दशक से खेती कर रहे दामोदरपुर के किसान सुदर्शन महतो का कहना है कि धान की खेती के लिए रोहणी नक्षत्र सबसे उपयुक्त समय है. तब तक बारिश भी हो जाती है. परंतु इस बार बारिश हुई नहीं तो किसी तरह जुगाड़ भिड़ा कर धान का बिचड़ा तो डाल दिया है. मगर पानी के अभाव में बिचड़ा सूख भी रहा है. बारिश के बगैर धनरोपनी संभव नहीं लग रहा है. उन्होंने बताया कि अगर बारिश अच्छी हुई तभी फसल अच्छी होगी.
कहां बांटे गए कितने बीज
निरसा : 40 क्विंटल
टुंडी : 50 क्विंटल
ओझाडीह : 50 क्विंटल
रघुनाथपुर : 50 क्विंटल
विराजपुर पैक्स : 40 क्विंटल
राजगंज पैक्स : 50 क्विंटल
पुटकी पैक्स : 30 क्विंटल
गोमो पैक्स : 20 क्विंटल
ब्रहमडीहा पैक्स : 40 क्विंटल
कोरकोटा पैक्स : 30 क्विंटल
चिपकिया पैक्स : 50 क्विंटल
घाघरा पैक्स : 50 क्विंटल
लटानी पैक्स : 50 क्विंटल
जिला कृषि पदाधिकारी शिवकुमार राम का कहना है कि झारखंड सरकार के बिरसा बीज उत्पादन विनियम वितरण तथा फसल विस्तार योजनांतर्गत जिले के किसानों को 50 प्रतिश अनुदान पर 1200 क्विंटल धान के बीज का वितरण किया गया है. कुछ किसानों ने बीज डाल भी दिया है. ज्यादातर किसान बारिश की उम्मीद में हैं. अच्छी बारिश हुई तो फसल भी लहलहाएगी.