Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) के पुराना बाजार तेतुलतल्ला मैदान के पास जिला प्रशासन और रेलवे का 13 फरवरी को शुरू हुआ अतिक्रमण हटाओ अभियान पूरी तरह फेल हो गया. दुकानदारों और स्थानीय नेताओं के भारी विरोध के बाद दोनों टीमो को बुलडोजर लेकर वापस लौटना पड़ा. अब प्रशासनिक अधिकारियों के सुर भी बदल गए हैं. मीडिया के साथ बातचीत में धनबाद के अंचलाधिकारी प्रशांत लायक ने कहा कि हमलोग बुलडोजर लेकर नहीं आए थे. तेतुलतल्ला मैदान के आसपास की जमीन को लेकर कुछ विवाद है. उसी की मापी करने आए थे. अब मापी के बाद स्पष्ट हो जायेगा कि यह जमीन रेलवे की है या जिला प्रशासन के अधीन है.
डीसी और डीडीसी से पहले से मिली है अनुमति
आसपास के दुकानदारों ने कहा कि हमें अतिक्रमणकारी समझा जा रहा है, जबकि तेतुलतल्ला मैदान और पुराना बाजार पानी टंकी के आसपास की सभी दुकानें लंबे समय से संचालित हो रही है. वर्ष 1994 में तत्कालीन उपायुक्त और उप विकास आयुक्त ने स्पस्ट कहा था कि किसी की भी रोजीरोटी नहीं छीनी जायेगी. यहां स्थाई दुकान बनाकर दिया जायेगा. हालांकि स्थाई दुकान तो नहीं बनी, लेकिन कोई हटाने भी नहीं आया. अचानक सोमवार को रेलवे और जिला प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर पहुंच गई, लेकिन विरोध के बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा.
रेलवे व जिला प्रशासन निपटाए आपसी विवाद : रवींद्र
दुकानदारों की सूचना पर पहुंचे प्रदेश कांग्रेस के महासचिव रवींद्र कुमार वर्मा ने कहा कि पुराना बाजार पानी टंकी के आसपास दुकान हटाने से पहले रेलवे और जिला प्रशासन को जमीन का मसला हल करना चाहिए. दोनों विभाग अभी तक जमीन को लेकर अपने-अपने दावे करते आ रहे हैं. बीच-बीच में वे दुकानदारों को परेशान करने पहुंच जाते हैं. ऐसा अब नहीं होने दिया जायेगा. दुकानदार यहां वर्षो से अपना रोजगार चला रहे हैं. अतिक्रमण जैसी बात नहीं है. दुकानदारों से डिस्ट्रिक्ट बोर्ड किराया भी वसूलता है. किसी को रोजगार छीनने का अधिकार नहीं है.
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