Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद में इन दिनों कुछ लोग रोजगार या धंधे को आगे रख कर खतरों से खेल रहे हैं. खतरे के इन खिलाड़ियों को कोई रोकने-टोकनेवाला भी नहीं. बिजली के ट्रांसफॉर्मर के नीचे अवैध तरीके से चल रही दुकान ऐसे ही संदेश दे रही है. एक तो करैला, दूजा नीम चढ़ा यानी बिजली विभाग की लापरवाही क्या-क्या गुल खिलाती है, यह कहने की बात नहीं. ट्रांसफॉर्मर जल जाए तो महीनों दौड़ लगानी पड़ती है. अब उसी ट्रांसफॉर्मर के नीचे कोई दुकान डाल कर बैठ जाए और कोई अनहोनी हो जाए तो नतीजा सोच कर देह सिहर जाती है. गर्मी का मौसम है और बिजली ट्रांसफार्मरों में आग लगना आम बात है. पिछले दिनों ही शहर में कई जगह बिजली ट्रांसफार्मर में आग लग चुकी है. धनबाद के बैंक मोड़, पुराना बाजार, हावड़ा मोटर, रांगा टांड़ सहित कई चौक चौराहों पर बिजली ट्रांसफार्मर के नीचे फुटपाथ पर दुकानें मजे से चल रही हैं. हालांकि मजा कब किरकिरा हो जाए, कहना मुश्किल है.
खुद खेल रहे खतरे से, ग्राहक भी असावधान
हालत यह है कि शहर में ऐसा कोई एरिया नहीं, जहां ट्रांसफॉर्मर के नीचे दुकान नजर न आए. दुकानदार समझ रहे हैं कि उनकी रोजी-रोटी चल रही है. परंतु सही मायने में वे जान हथेली पर लेकर बैठे हुए हैं. ग्राहकों के जान को भी खतरे में डाल रहे हैं. कुछ दिन पहले धनबाद के बैंक मोड़ स्थित उर्मिला टावर के सामने 11000 हाई वोल्टेज तार नीचे फुटपाथ पर जा गिरा और फुटपाथ पर गुपचुप का ठेला चला रहे दुकानदार के साथ 3 बच्चियां पूरी तरह झुलस गई. इस घटना के बावजूद न तो बिजली विभाग सतर्क हुआ है और न ही ट्रांसफार्मर के नीचे अवैध तरीके से दुकान चला रहे दुकानदार.
तार का फैला मकड़जाल, खतरे में जान-माल
बैंक मोड़ राजेंद्र मार्केट के सामने बिजली के ट्रांसफार्मर के पास सैकड़ों तार का मकड़ा जाल बिछा हुआ है. बावजूद ट्रांसफार्मर के ठीक नीचे दुकानदार ने नारियल पानी की दुकान सजा रखी है. उन्हें कोई चिंता नहीं कि तापमान दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और ना जाने किस दिन कोई अनहोनी हो जाए. महीने भर में ही धनबाद के लगभग आधा दर्जन बिजली ट्रांसफार्मरों में आग लग चुकी है. बावजूद बिजली विभाग और दुकानदार लापरवाह बने हुए हैं.
नीचे चाय-बिस्किट, ऊपर मौत की आहट
बैंक मोड़ बालाजी मेडिकल के ठीक सामने ट्रांसफॉर्मर के नीचे चाय, बिस्किट और गुटखा की दुकान सजी है, जहां सिर के ऊपर लगा ट्रांसफार्मर मौत को दावत दे रहा है. बावजूद इन दुकानों को हटाने की हिमाकत किसी अधिकारी में नहीं है. इस रोड से हर दिन डिपार्टमेंट के जिम्मेदार अफसरों के अलावा हजारों लोग गुजरते रहते हैं.
अगर हो जाए हादसा तो….
धनबाद के नया बाजार सुभाष चौक के ठीक सामने ट्रांसफॉर्मर के नीचे बकायदा दोपहिया वाहनों के पंचर की दुकान है. यहां हर वक्त 4 से 5 लोग बैठे नजर आते हैं. अगर यहां ट्रांसफॉर्मर में आग लग जाए तो हादसा कैसा होगा, शायद यह बताने की जरूरत नहीं है.
क्या कहते हैं दुकानदार
ट्रांसफार्मर के नीचे दुकान में बैठे दुकानदार का कहना है कि शहर में अब जगह ही नहीं बची है. जहां भी ठेला या छोटी दुकान लगाना चाहा, पैसे की मांग की गई. अंततः ट्रांसफर के नीचे ही जगह खाली मिली तो दुकान लगा ली. आखिर इस महंगाई में घर परिवार भी तो चलाना है.
खतरा लिखा बोर्ड भी गायब
शहर में अधिकतर ट्रांसफॉर्मर की फेंसिंग नहीं होने से वे खतरनाक बने हुए हैं. बारिश के दिनों में कई बार ट्रांसफॉर्मरो में छोटे-मोटे धमाके होते रहते हैं. इतना ही नहीं विद्युत विभाग के अनुसार ट्रांसफॉर्मर पर खतरा लिखा बोर्ड होना चाहिए. परंतु कहीं किसी भी ट्रांसफॉर्मर में या उसके आसपास ऐसा बोर्ड नहीं लगाया गया है.
अधिकारी कर रहे हैं लीपा पोती
बैंक मोड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया का कहना है कि इन खतरों के खिलाड़ी के लिए चेंबर ने पहल की थी. बिजली जीएम को पत्राचार के जरिये जानकारी देते हुए इसे तुरंत हटाने की अनुशंसा की गई थी. लेकिन जीएम ने अपना पल्ला झाड़ते हुए संबंधित थाने और धनबाद एसडीएम से मिलने को कहा औ अपना पल्ला झाड़ लिया.
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