Baliapur :बलियापुर
आंदोलनकारियों की उपस्थिति में प्रेस वार्ता करते जिला अध्यक्ष रमेश टूडू
) स्थानीय को रोजगार के मुद्दे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और स्थानीय युवाओं की जीत हुई है. हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) सिंदरी प्रबंधन ने विगत 26 अक्टूबर से जारी झामुमो के अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के बीच 75 प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार देने की मांग मान ली है. प्रबंधन ने हर्ल के मुख्य द्वार के समीप बोर्ड भी लगा दिया है. शेष मुद्दों पर आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि हर्ल प्रबंधन ने इन मुद्दों पर भी सकारात्मक पहल करने की बात कही है. यह जानकारी शनिवार 26 नवंबर को सिंदरी झामुमो कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में झामुमो के जिला अध्यक्ष रमेश टूडू ने दी.
उन्होंने कहा कि वार्ता नहीं होने के कारण पिछले 14 नवंबर को हर्ल का चक्का जाम किया गया था. गत 25 नवंबर से अनिश्चितकालीन चक्का जाम करना था. धनबाद उपायुक्त कार्यालय में इस विषय पर वार्ता हुई. उन्होंने अनिश्चितकालीन गेट जाम करने से अमोनिया गैस का रिसाव और उससे जान माल को क्षति पहुंचने की संभावना व्यक्त की. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अनिश्चितकालीन गेट जाम स्थगित कर दिया गया है. झामुमो का उद्देश्य किसी को क्षति पहुंचाना नहीं है. यहां हमारे ही लोग रहते हैं. उपायुक्त व अनुमंडल पदाधिकारी ने हर्ल प्रबंधन से बातचीत कर झारखंड सरकार द्वारा जारी गजट का अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया है. इस पर प्रबंधन ने भी सहमति जताई है.
कहा कि 70 वर्ष पूर्व राष्ट्रहित में कारखाना लगाने के लिए जमीन देने वाले यहां के विस्थापितों को विस्थापन का सर्टिफिकेट नहीं दिए जाने की जानकारी राज्य सरकार को दे दी गई है. इस पर भी सकारात्मक पहल हो रही है. मौके पर पूर्व झामुमोके युवा नगर अध्यक्ष रामू मंडल, अर्णव सरकार, हैदर अली, परशुराम सिंह, देवेंद्र मंडल, अरुण महतो, चमकलाल सिंह, दिवाश बेहरा, जगदीश हांसदा, नाजू सिंह, साचिदानंद मुंडा, सुमन सिंह आदि मौजूद थे.