Dhanbad : आईआईटी-आईएसएम का 97वां स्थापना दिवस 9 दिसंबरको धूमधाम से मनाया गया. मुख्य अतिथि अमेरिका में ओमीमैक्स ग्रुप के चेयरमैन नरेश वशिष्ठ ने कहा कि संस्थान और यहां के वैज्ञानिकों ने रिसर्च और एकेडमी के बल पर विश्व के टॉप इंस्टीट्यूशंस में जगह बनाई है. संस्थान ने कई नामी साइंटिस्ट दिए. अगला लक्ष्य बनाएं कि यहां से कोई नोबेल पुरस्कार विजेता निकले. कहा कि विद्यार्थी संस्थान रूपी फैक्ट्री के प्रोडक्ट होते हैं. उम्मीद है कि यहां से हमेशा ऐसे मेधावी ग्रेजुएट पैदा हों, जो देश-विदेश में संस्थान का नाम रोशन करें. आईएसएम के 1967 बैच के छात्र रहे नरेश वशिष्ठ समारोह को अमेरिका से ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे.
इस मौके पर उन्होंने आईआईटी-आईएसएम में हाइड्रोजन कार्बन कैप्चर एंड सेकुएस्ट्रेशन सेंटर की स्थापना के लिए 10 करोड़ रुपए देने की घोषणा की. ज्ञात हो कि उनके सौजन्य से संस्थान में इससे पहले 8 करोड़ की लागत से नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन सेंटर की स्थापना हुई थी.
विद्यार्थी पैकेज नहीं उस क्षेत्र को चुनें जिसमें वे दक्ष हैं : निदेशक
आईआईटी-आईएसएम के निदेशक प्रो. राजीव शेखर तीन दिन पहले संस्थान के एक छात्र की आत्महत्या की घटना से चिंतित दिखे. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि प्रेशसर से घबराएं नहीं, हिम्मत से काम लें. वे जिस क्षेत्र में है वहां मेंटल, एकेडमिक, पारिवारिक और सामाजिक अपेक्षाएं बहुत ज्यादा हैं. यह सोचना होगा कि हम इससे कैसे निपटें. उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि पैकेज के पीछे न जाकर उस क्षेत्र को अपनाएं जिसमें उन्हें दक्षता हासिल है.
यह भी पढ़ें : धनबाद : झरिया में सब्जी खरीदने आया युवक वाहन के धक्के से घायल
प्रोजेक्ट्स बढ़ाने पर ध्यान दें फैकेल्टी
निदेशक ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में संस्थान को देश-विदेश की कंपनियों से 176 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट मिले हैं. एवरेज की बात करें तो यह प्रति फैकेल्टी मात्र 10 लाख रुपए है. ऐसे में फैकेल्टी प्रोजेक्ट बढ़ाने पर ध्यान दें.
सम्मानित किए गए अचीवर्स
स्थापना दिवस समारोह में संस्थान में 25 वर्ष पूरे करने वाले एक प्रोफेसर और दो कर्मचारियों के अलावा 17 विद्यार्थियों को इंद्रमोहन थापर रिसर्च अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. वहीं, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के सर्वे में विश्व के दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल 19 वैज्ञानिकों, स्टूडेंट अचीवर्स को पुरस्कृत किया गया. इस अवसर पर संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ. एसपी बनर्जी, केसीटी ग्रुप के वीके अरोड़ा, उपनिदेशक प्रो. धीरज कुमार, मुख्य सुरक्षा अधिकारी राम मनोहर आदि उपस्थित थे.
यह भी पढ़ें : धनबाद : भटकी महिला को मासस नेत्री ने उसके घर पहुंचाया