Ranchi : झारखंड हाईकोर्ट में धनबाद के जज उत्तम आनंद की हत्या मामले में सुनवाई हुई. इस दौरान अदालत में एसआईटी की स्टेटस रिपोर्ट पर कड़ी नाराजगी जताई. अदालत ने इस दौरान कई सवाल उठाए और पूछा कि जब घटना सुबह 5:08 की है, तो प्राथमिकी 12:45 पर क्यों दर्ज की गई. जबकि सीसी टीवी फुटेज में जज को तुरंत उठाकर निजी अस्पताल पहुंचाया गया है. अदालत ने ये भी पूछा कि क्या फर्द बयान के बाद ही प्राथमिकी दर्ज किए जाने का प्रावधान है. सरकार की ओर से अदालत को बताया गया कि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. इसके लिए सरकार के स्तर से अनुशंसा की गई है.
इसे भी पढ़ें – चाट-पापड़ी बिल ! TMC सांसद ने 10 दिन में 12, सात मिनट में एक बिल पास होने पर तंज कसा
रणधीर वर्मा चौक के पास ऑटो ने मारी थी टक्कर
यहां दें कि धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश 8 उत्तम आनंद की बुधवार को मृत्यु हो गई. रोज की तरह वे मॉर्निंग वॉक करने अपने आवास से गल्फ ग्रांउड जा रहे थे. इसी दौरान रणधीर वर्मा चौक के आगे जज कॉलोनी मोड पर एक ऑटो ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी दी.जिसके बाद तुरंत उन्हें SNMCH ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सूचना पाकर धनबाद के प्रधान जिला न्यायधीश और मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी समेत जिले के तमाम न्यायिक न्यायिक पदाधिकारी एसएनएमसीएच पहुंचे.
जज उत्तम आनंद को मॉर्निंग वॉक के दौरान जिस ऑटो ने टक्कर मारी थी और उनकी मौत हो गयी थी. मामले में पुलिस ने त्वरित कार्यवाई करते हुए ऑटो को जब्त किया है. धनबाद थाना में ऑटो को रखा गया है. ऑटो को गिरिडीह से बरामद किया गया है. साथ ही गिरिडीह से ही मामले में दो गिरफ्तारी भी हुई है. पुलिस ने ऑटो मालिक को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है.
ऑटो पाथरडीह थाना क्षेत्र के रहने वाले रामदेव विश्कर्मा की है. रामदेव के अनुसार, रोज की तरह मंगलवार की रात भी अपनी ऑटो अपने दरवाजे के सामने लगाया था. लेकिन बुधवार की अहले सुबह जब अपने घर से बाहर निकला तो, देखा कि ऑटो चोरी हो गई है. जिसके बाद मामले की जानकारी पास के थाना को दी. वहीं ऑटो को जब्त किये जाने के बाद पुलिस कड़ियों को जोड़कर असली मुजरिम तक पहुंचने में लगी है.
चर्चित रंजय हत्याकांड की कर रहे थे सुनवाई
न्यायाधीश उत्तम आनंद चर्चित रंजय हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे. रंजीत सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे. कुछ दिन पूर्व ही शूटर अभिनव सिंह व अमन के गुर्गे रवि ठाकुर की जमानत याचिका इन्होंने खारिज कर दी थी. धनबाद बार एसोसिएशन के द्वारा निर्मित पत्र में न्यायाधीश उत्तम आनंद की मृत्यु को संदेहास्पद बताते हुए बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को रद्द कर दिया था.
इसे भी पढ़ें – Jharkhand Police: DG,ADG समेत 22 पुलिस अधिकारियों के पास है अतिरिक्त प्रभार का बोझ