Jharia : झरिया (Jharia) बोर्रागढ़ साइडिंग में गुरुवार 24 नवंबर को हाइवा की चपेट में आ कर 23 वर्षीय मजदूर ( खलासी ) रिहान खान की मौत हो गई. बताया जाता है कि वह बलियापुर का रहने वाला था. बोर्रागढ़ साइडिंग में हाइवे के नीचे आने से उसकी मौत हो गई. वह खलासी का काम करता था. इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. सूचना पाकर बोर्रागढ़ साइडिंग के अधिकारी व पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. मृतक के परिजन व वहां कार्यरत लोग मुआवजे की मांग कर रहे हैं. बोर्रागढ़ थाना प्रभारी सौरभ चौबे और अन्य अधिकारी सभी को समझाने का प्रयास कर रहे हैं.
बुधवार की देर रात ट्रांसपोर्टिंग कार्य में लगे हाइवा की चपेट में आकर उसका ही खलासी तेइस वर्षीय रेहान खान गंभीर रूप से घायल हो गया. कर्मियों ने आनन फानन में असर्फी अस्पताल धनबाद पहंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. खबर सुनते ही साइडिंग के कर्मियों मे हड़कंप मच गया. मृतक के परिजन अस्पताल से शव लेकर बोर्रागढ़ साइडिंग पहुंचे.
गुरुवार की अहले सुबह से ही शव रख मुआवजा और नियोजन की मांग को लेकर 11 घंटे काम ठप कर दिया. दोपहर करीब दो बजे झरिया में वार्ता हुई. वार्ता में बच्चा गुट के केडी पांडे, गुड्डू सिंह, सुग्रीव सिंह, रूस्तम अंसारी,कुइयां कोलियरी प्रबंधक संजीव कश्यप और मृतक के स्वजन का नेतृत्व बलियापुर के मुखिया अनवर खान कर रहे थे. वार्ता में मृतक के परिजन को साढ़े छह लाख मुआवजा दिलाने पर सहमति बनी. इसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद एसएनएमएमसीएच भेज दिया. पुलिस ने हाइवा को जब्त कर मामला दर्ज कर लिया है. कांग्रेस नेता शमशेर आलम भी पहुंचे. उन्होंने भी मृतक के आश्रित को मुआवजा देने की मांग की. हाइवा अरुण सिंह नामक व्यक्ति का बताया जाता है.
रेहान अपने घर का एकलौता चिराग था. उसके पिता मो. नसीम खान की मौत तीन साल पूर्व हो गई थी. तब से वह अपनी विधवा मां शाहिदा खातून, बहन सादिया और रेशमा प्रवीण का भरन-पोषण कर रहा था. एक बड़ी बहन रौनक खातून की शादी हो चुकी है. रेहान की मौत से उसके परिवार पर.दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.