Baliapur :बलियापुर (Baliapur) अलकडीहा में पहाड़ी गोड़ा नेपाली धावड़ा के पीछे शनिवार 19 नवंबर को तड़के शिव मंदिर समेत करीब 100 मीटर के दायरे में अचानक जमीन धंस गई. भू धंसान के बाद आसपास लोगों के बीच दहशत फैली हुई है. शिव मंदिर लगभग1 फीट नीचे धंस कर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. आसपास की जमीन में दरारें पड़ गई है. हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. लोग कुछ बोलने को भी तैयार नहीं हैं. माहौल अनुकूल नहीं होने के कीरण पत्रकार भी घटनास्थल पर जाने से परहेज कर रहे थे. घंटों बाद कोई पदाधिकारी भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा.
तस्करों के संरक्षण में होता है अवैध खनन का खेल
सूत्रों के मुताबिक घटनास्थल के आसपास कोयला खनन के लिए आधा दर्जन से अधिक मुहाने बनाए गए हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार कुछ कोयला तस्करों के संरक्षण में बिहार, बंगाल आदि जगहों से लाए गए मजदूरों से अवैध खनन कराया जाता है. घटना के वक्त भी लोग कोयला खनन में जुटे थे. जमीन धंसने के बाद हड़बड़ी में कोयला से भरी सैकड़ों बोरियों को हटा दिया गया. कुछ बोरियों को मुहाने में ही डालकर बंद कर दिया गया.
सीओ की चुप्पी पर बड़ा सवाल
जानकारी के लिए बलियापुर सीओ रामप्रवेश कुमार को कई बार फोन किया गया, मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया. कार्यालय जाने पर भी उनसे मुलाकात नहीं हुई. बता दें कि पिछले दिनों मंदिर के समीप जंगल में बलियापुर सीओ ने छापामारी की थी और 300 टन अवैध कोयला जब्त किया था. बावजूद उसी जगह पर फिर अवैध उत्खनन और सीओ सहित अधिकारियों की चुप्पी से सवाल खड़ा हो गया है.
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