Katras: कतरास (Katras) सीआइएसएफ की गोली से मृत कथित सभी चार ‘कोयला चोरों’ का पोस्टमार्टम के बाद सोमवार 21 नवंबर की शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया. मृत तीन युवक बाघमारा थाना क्षेत्र के हैं, जबकि एक मृतक हरिहरपुर थाना क्षेत्र का है. पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. घटना के बाद से ही बेनीडीह रेलवे साइडिंग में सन्नाटा पसरा हुआ है. सिर्फ सीआइएसएफके जवान और जिला पुलिस नजर आती है. विधि व्यवस्था के संकट को देखते हुए पुलिस-प्रशासन चौकस है.
प्रशासन सतर्क होता तो नहीं होता ऐसा
कथित मुठभेड़ में मारे गए युवकों को क्या मालूम था कि वह उनकी अंतिम रात होगी. कोयला उठाने में उनकी जान चली जाएगी, मगर शनिवार की देर रात बाघमारा के बेनीडीह में वही हुआ. फायरिंग में मरने वाले युवक कोयला तस्करी के खेल में वो प्यादे थे, जो दो जून की रोटी के लिए अपनी जान गंवाते हैं. और सरगना पर्दे के पीछे ऐश करता है. कोयलांचल में दिन भर चार मौतों की चर्चा होती रही है. पर किसी ने नहीं कहा कि कोयला चोरी की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन या बीसीसीएल की ओर से सतर्कता बरती जाती तो शायद बेनीडीह जैसे एनकाउंटर की नौबत नहीं आती.
बकाया वेतन मिलने के पहले चली गई जान
सीआईएसएफ की गोली से मरने वाले बाघमारा के तेलोटांड़ का रहने वाला 29 वर्षीय प्रीतम रवानी अपने बकाया वेतन के लिए भटकता रहा. परंतु रकम मिलने से पहले उसकी जान चली गई. सीआइएसएफ की गोली से जिस अताउल अंसारी की मौत हुई, वह सेना में जाने के लिए पसीना बहा रहा था. बाघमारा में सीआइएसएफ की गोली के शिकार अताउल अंसारी के भाई राजा खान ने बिलखते हुए बताया कि उसके भाई की मौत से पूरे परिवार का सपना टूट गया. सैनिक की वर्दी पहनने का 22 वर्षीय अताउल का सपना भी उसी के साथ दफन हो गया. पिछले दिनों रांची में बीएसएफ की बहाली में उसने दौड़ निकाल ली थी. उसे खुशी थी कि वह सेना में चला जाएगा, मगर सब कुछ खत्म हो गया
अब कौन लाएगा डेढ़ माह की बेटी के लिए गर्म कपड़े
बाघमारा के रथटांड़ निवासी मोहम्मद शहजाद उर्फ जलालुद्दीन खान की डेढ़ महीने की बेटी है. उसके लिए गर्म कपड़े लाने थे. कई दिनों से मजदूरी नहीं मिल रही थी. उसके कुछ दोस्तों ने कोयला लाने का सुझाव दिया. पेट की आग बुझाने की इसी कोशिश ने शहजाद की जान ले ली.. शहजाद के भाई अनीस उर रहमान ने रोते हुए कहा कि भाई कोई आतंकवादी नहीं था. जिस तरह सीआइएसएफ के जवानों ने गोली बरसाई, उससे काफी दुख है.
शहजाद की पत्नी ने लगाई इंसाफ की गुहार
शहजाद की पत्नी रोजी खातून ने सोमवार को बाघमारा थाना में लिखित शिकायत देकर इंसाफ की गुहार लगाई. रोजी ने कहा कि शनिवार की रात लगभग 10 बजे विशु चक्रवर्ती और राजेश यादव उसके घर आया और पति को बुलाकर ले गया. पूछने पर बिशु ने कहा कि आधा घंटे में भेज देंगे, लेकिन पति पूरी रात वापस नहीं लौटा. सुबह ग्रामीणों से पता चला कि सीआइएसएफ की गोली से उसकी मौत हो गई है. मृतक शहजाद के परिजन ने अवैध कोयला व्यवसायी मुन्ना यादव के भाई राजेश यादव व विश्वजीत चटर्जी के खिलाफ बाघमारा पुलिस को लिखित शिकायत दी है.
फफक कर रो रहे थे शमीम के ससुर
गोमो के गुणघुसा का रहने वाला शमीम घर का इकलौता बेटा था. पिता की मौत काफी पहले हो गई थी. विधवा मां दो बेटे और पत्नी पूरी तरह शमीम पर आश्रित थे. तीन महीने की एक बेटी है. शमीम के ससुर इस्लाम अंसारी पोस्टमार्टम हाउस के बाहर फफक कर रो रहे थे. कह रहे थे, दामाद चला गया. पांच-पांच परिवार की जिंदगी उसके भरोसे पल रही थी, अब कौन पेट पालेगा.
निर्दोष था मेरा भाई: राजा खान
अताउल अंसारी के बड़े भाई राजा खान ने दावा किया कि उनका भाई निर्दोष था और वह केवल वहां से गुजर रहा था, जब सीआईएसएफ कर्मियों ने उसे गोली मार दी. नोनिया के मामा प्रकाश ने इसी तरह के आरोप लगाते हुए कहा कि वह ‘‘सीआईएसएफ द्वारा बेवजह की गई गोलीबारी’’ में मारा गया.
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
धनबाद जिले में सीआईएसएफ कर्मियों के साथ ‘‘मुठभेड़’’ में चार कथित कोयला चोरों की मौत के मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये गये हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. जांच का आदेश तब दिया गया, जब ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कोई मुठभेड़ नहीं हुई और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कर्मियों द्वारा ‘बिना उकसावे के गोलीबारी’ करने के चलते चार स्थानीय लोग मारे गए. रविवार देर रात धनबाद के उपायुक्त संदीप सिंह द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि घटना की मजिस्ट्रेट जांच होगी. टीम की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (कानून-व्यवस्था) नंद किशोर गुप्ता करेंगे.
पोस्टमार्टम के लिए बना मेडिकल बोर्ड
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए चारों शवों के पोस्टमार्टम के लिए प्रशासन के निर्देश पर मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया. इस बोर्ड में एफएमटी, एनाटॉमी, सर्जरी, पैथोलॉजी और मेडिसिन के विशेषज्ञ चिकित्सकों को रखा गया. पोस्टमार्टम की प्रक्रिया दंडाधिकारी की मौजूदगी में पूरी की गयी. पूरे पोस्टमार्टम का वीडियोग्राफी भी करायी गई है. सबसे पहले 25 वर्षीय शमीम और 29 वर्षीय प्रीतम के शव का पोस्टमार्टम हुआ. दोनों को दो-दो गोली लगी थी. इसके बाद 32 वर्षीय शहजाद खान और 26 वर्षीय अताउल अंसारी के शव का पोस्टमार्टम किया गया. दोनों को तीन-तीन गोली लगी थी. इन लोगों को सिर के अलावा हाथ और पैर में भी गोली लगी. हालांकि गोली की वास्तविक संख्या बताने से पोस्टमार्टम की टीम बचती रही.
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