विकास ने रंगदारी के पैसे पत्नी ,भाई, साले को देकर लगाया व्यापार में
Dhanbad : कतरास निवासी नसीम अंसारी मेजर बनकर प्रिंस के कहने पर गोली चलाता था. व्यवसायियों में भय का माहौल उत्पन्न करने के लिए और रंगदारी मांगने के लिए पोस्टर छोड़ता था. इस काम में विकास सिंह प्रिंस के गुर्गों को हथियार सप्लाई करता था. हथियार का कारोबार वह मुंगेर से करता था. विकास सिंह मुंगेर के शुभम सिंह से हथियार खरीदता था. रंगदारी से वसूली गई रकम में से वह 25 प्रतिशत कमीशन लेता था. उपरोक्त सभी खुलासे मंगलवार को विकास सिंह व नसीम ने पुलिस को दिए अपने बयान में किया है.
ये हैं सहयोगी
पुलिस को दिए बयान में विकास ने कहा है कि रंगदारी के काम में उसके साथी प्रिंस खान उर्फ हैदर, गोपी खान, सद्दाम अंसारी उर्फ सद्दाम, उत्तम महतो उर्फ कमल महतो, बाबू राजा, चंद्रप्रकाश उर्फ सिद्धांत सिंह, शंकर साव,ललन कुमार दास सतीश कुमार उर्फ सतीश साव उर्फ गांधी ,नसीम अंसारी शामिल हैं.
6 मामले में जा चुका है जेल
सुरेश सिंह हमलाकांड ,श्री राम बस मालिक सुनील सिंह, बुंदेला मलिक सुधीर सिंह हत्याकांड, बीजेपी नेता सतीश सिंह हत्याकांड और मोहल्ले के मारपीट मामले में 2010 में जब धनबाद जेल में था.
जेल में हुई प्रिंस से दोस्ती
विकास सिंह ने पुलिस को बताया है कि वर्ष 2010 मे जब वह धनबाद जेल में बंद था तो प्रिंस खान ऊर्फ हैदर से उसकी जान पहचान व दोस्ती हुई थी. प्रिंस खान ने एक वर्ष पहले उससे व्हाट्सएप कॉल से संपर्क कर विकास सिंह को ऑफर दिया कि वह आपराधिक गिरोह एवं संगठित अपराध में शामिल रहकर गुर्गों को पैसा एवं हथियार देने तथा प्रिंस खान के लिए रंगदारी का पैसा कलेक्शन करे. प्रिंस के इस ऑफर को उसने स्वीकार कर लिया. फायरिंग के दौरान खराब होने वाले हथियार को विकास मुंगेर में जाकर मरम्मत भी कराता था. विकास ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि उसने उसके साथ पूर्व में काम करने वाला रोशन सिंह ,रामलाल उर्फ राघव व अपने भतीजा आदित्य सिंह को प्रिंस खान के लिए काम करने में लगाया.
30 लाख रुपये कमीशन लिया था विकास ने
रंगदारी के माध्यम से वसूली की रकम का 25 प्रतिशत कमीशन विकास सिंह लेता था. उसने पुलिस को बताया है कि अभी तक उसने 30 लाख रुपया कमीशन प्राप्त किया है. जिसको उसने व्यापार करने के लिए अपनी पत्नी बुलबुल सिंह, भाई नवनीत नीरज, राज प्रकाश, साला अमित कुमार उर्फ हीरो को दिया.
खालसा होटल गोविंदपुर में फायरिंग करने के बाद प्रिंस खान फोन करके बोला कि नसीम के संबंध में पुलिस को पता चल गया है. उसके पास से सारा हथियार अपने पास मंगा लो. प्रिंस के कहने पर 16 सितंबर 23 को विकास ने 6 पिस्तौल एक कारबाईन दस गोली एक ब्लू काला रंग का बैग प्रिंस खान के गुर्गा नसीम अंसारी से कुमारधुबी स्थित आफताब होटल के पास से छिपकर रामलाल उर्फ राघव एवं रोशन सिंह के माध्यम से मंगाया था. विकास ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि वह अपने लड़कों के माध्यम से मुंगेर से पिस्तौल मंगवाता है. उसे पिस्टल एवं गोली मुंगेर से शुभम सिंह पिता शिव शंकर सिंह देता है.
पत्नी बुलबुल पहुंची कोर्ट,कहा सात दिन से लापता है पति
मंगलवार की सुबह विकास सिंह की पत्नी बुलबुल सिंह अपने अधिवक्ता जया कुमार के साथ धनबाद के मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी की अदालत पहुंची और आवेदन देकर कहा कि 27 सितंबर 23 को डीएसपी अमर पांडे उसके पति को घर से उठाकर ले गए. इसके बाद से आज तक उसका पति लापता है. अधिवक्ता जया कुमार ने इसे अवैध हिरासत का मामला बताया. कोर्ट ने इस पर सख्ती दिखाते हुए पुलिस से रिपोर्ट तलब की. कोर्ट का आदेश निकलते ही पुलिस ने आनन फानन में विकास सिंह को दिन के 2:45 बजे कोर्ट में पेश कर दिया और कहा विकास सिंह को प्रिंस खान के शूटर नसीम अंसारी की निशानदेही पर धनबाद बस स्टैंड से 2 अक्टूबर की रात पकड़ा गया है. विकास सिंह की निशानदेही पर रोशन के घर से दो पिस्टल व 10 गोली बरामद हुए हैं, जिसे विकास ने ही रखने के लिए दिया था. वह प्रिंस खान को हथियार सप्लाई करता था. वह बंगाल से ही प्रिंस खान के लिए काम करता था 2 अक्टूबर 23 को भी वह धनबाद में गोली चलाने के लिए प्रिंस खान के कहने पर सद्दाम ,राजू व शंकर के साथ आ रहा था कि पुलिस ने उसे गुप्त सूचना पर ईस्ट इंडिया मोड़ के पास पकड़ लिया था.