Nirsa : दहीबाड़ी आउट सोर्सिंग में 4 दिसंबर को मासस और झामुमो की झड़प की भाकपा माले ने निंदा की है और इसके लिये आउट सोर्सिंग प्रबंधन एवं प्रशासन को जिम्मेवार मानते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की है. भाकपा माले ने जून कुंदर वाशरी के समीप मंगलवार को प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी.
वार्ता में भाकपा माले से संबद्ध झारखंड जेनरल मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष मनोरंजन मल्लिक एवं माले के प्रखंड अध्यक्ष नागेंद्र कुमार ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनवादी मुद्दे को लेकर आंदोलन करने का सब का अधिकार है. हक के लिये हमारी लड़ाई प्रबंधन से है न कि झामुमो से. लेकिन आउट सोर्सिंग प्रबंधन कुछ लोगों को शामिल कर हमारी आवाज को दबाना चाहता है. लेकिन आउट सोर्सिंग की मंशा निंदनीय है.कहा कंपनी यदि चाह रही है कि इस तरह के हथकंडे अपना कर परियोजना चला लेगा, तो यह उसकी भूल है.
भाकपा माले मासस के साथ मिलकर इससे बड़ा आंदोलन करेगी. हरेंद्र सिंह ने कहा कि झामुमो की कार्यप्रणाली से उसका ही एक घटक दल नाराज चल रहा है. कुछ लोग कंपनी में उपस्थिति दर्ज करा कर आंदोलन करते हैं. प्रबंधन इसकी भी जांच करे. इस अवसर पर एल एन दास, सतेंद्र चौहान, राजू चौहान, मुन्ना चौहान, रूदल पासवान, नोरेन राखा आदि मौजूद थे.
यह भी पढ़ें : पेंशनरों ने धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर दिया धरना