Maithan : मैथन (Maithan) गलफरबाड़ी ओपी क्षेत्र के एग्यारकुण्ड सियारकनाली गांव में नाबालिग खुशी कुमारी (17) ने घर पर ओढ़नी से गले में फंदा डाल कर आत्महत्या कर ली. घटना 13 नवंबर की दोपहर लगभग तीन बजे की है. मां फेलू देवी ने बताया कि वह घर पर थी. आंगन में बर्तन धो रही थी. पिता शिवशंकर बाउरी काम के लिये घर से बाहर गया था. बर्तन धोकर अंदर गयी तो घर का दरवाजा बंद था. आवाज लगाई तो कोई जवाब नहीं मिला. धक्का देकर दरवाजा खोला तो देखा कि वह फंदे से झूल रही है. उसे फंदे से उतार कर अस्पताल ले गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
तीन साल से चल रहा था प्यार व तकरार
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये धनबाद भेज दिया है. पिता शिवशंकर बाउरी ने पड़ोसी राहुल बाउरी पर आत्महत्या के लिये मजबूर करने का आरोप लगाया है. कहा कि तीन साल से उसकी बेटी का राहुल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. परंतु वह शादी करने से इन्कार कर रहा था. परिजनों ने भी बताया कि खुशी व राहुल पिछले तीन साल से एक दूसरे को चाहते थे. दोनों शादी भी करना चाहते थे. मगर राहुल के पिता ईसीएल कर्मी सुनील बाउरी को मंजूर नहीं था. लड़की के पिता शिवशंकर बाउरी ने बताया कि उन्होंने पांच माह पहले राहुल के खिलाफ गलफरबाड़ी ओपी में एफआईआर दर्ज कराई थी. उसे जेल जाना पड़ा, मगर डेढ़ माह बाद ही बेल पर बाहर आ गया.
मेले से लड़की को भगा ले गया, शादी भी तुड़वा दी
तब से वह उनकी बेटी को लगातार प्रताड़ित करने लगा. दुर्गापूजा में एग्यारकुण्ड मेले से वह बेटी को जबरन भगा ले गया. किसी तरह उसे वापस लाया गया था. राहुल के पिता को जानकारी दी और दोनों की शादी कर देने का आग्रह किया. लेकिन वह नहीं माने. बेटी की दूसरी जगह शादी तय कर दी तो राहुल ने वह भी तुड़वा दिया.
नहीं रही इकलौती बेटी, राहुल को सजा दिलाकर रहेंगे
12 नवंबर की रात राहुल ने फोन पर बेटी से बात की थी. तब से वह गुमशुम थी और 13 नवंबर की दोपहर उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया. मां और पिता की वह इकलौती बेटी थी. अब उनके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं बचा. कहा कि बेटी की मौत के जिम्मेदार राहुल व उसके परिजन को सजा दिला कर रहेंगे.
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