Nirsa : निरसा के पंडरा कायस्थपाड़ा स्थित प्राचीन मां सरस्वती मंदिर में वेदी स्थल पर मां के पैरों के चिह्ने देखे गये. यह खबर पूरे इलाके में फैल गई. 9 मार्च को मां के पदचिह्न के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. गांव के आलोक मजूमदार ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण उनके पूर्वजों ने वर्ष 1920 में किया था. तभी से हर वर्ष बसंत पंचमी पर मां सरस्वती, मां दुर्गा मां लक्ष्मी व बृहस्पति की प्रतिमा विराजमान कर चार दिनों तक पूजा-अर्चना की जाती है. मंदिर के प्रति आसपास के गांवों के लोगों की गहरी आस्था है. मां के पैरों के चिह्न की सूचना मिलते ही लोगों ने पहुंचकर पूजा-अर्चना शुरू कर दी.
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