प्रबंधन ने समस्या के समाधान का आश्वासन नहीं किया पूरा, नर्सों की कमी से हो रही है परेशानी
Dhanbad : बीसीसीएल के सेंट्रल अस्पताल की नर्सों ने रिटायर नर्सों के बदले बहाली नहीं होने और काम का बोझ अधिक बढ़ने में शुक्रवार 29 सितंबर को अस्पताल के सामने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. नर्सों का कहना है कि नर्सिंग स्टाफ की काफी कमी से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों की देखभाल का अतिरिक्त बोझ प्रबंधन की ओर से दिया जा रहा है. इसीलिए सेंट्रल हॉस्पिटल के नर्सिंग एसोसिएशन ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. चार अप्रैल को तीन-चार महीने के अंदर मांगें पूरी करने का आश्वासन प्रबंधन ने दिया था. परंतु प्रबंधन ध्यान नहीं दे रहा है.
तीन साल से अस्पताल में नर्सों की कमीं
पिछले तीन साल से अस्पताल में नर्सों की कमी है. पहले नर्स की संख्या 200 थी, जो अब घटकर करीब 100 के आसपास पहुंच गई है. ज्यादातर नर्स रिटायर हो चुकी हैं. नर्सों को बीमार होने के बाद भी छुट्टी नहीं दी जा रही है. बीसीसीएल प्रबंधन नर्सिंग स्टूडेंट से मरीजों की देखभाल करना चाहती है. नर्सिंग स्टूडेंट्स पूरी तरह से जानकार नहीं है. उनका कोर्स अभी पूरा नहीं हुआ है. नर्सिंग स्टूडेंट्स से मरीजों की देखभाल करना जान से खिलवाड़ करने जैसा है. नर्स की बहाली की मांग पिछले दो साल से की जा रही है, लेकिन इसका समाधान नहीं हुआ है. सेंट्रल हॉस्पिटल के सीएचओ आरके ठाकुर ने कहा कि नर्सों की बहाली को लेकर टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है. शीघ्र ही 122 नर्सों को अस्पताल में बहाल किया जाएगा.