Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) शक्ति मंदिर कमेटी ने 12 अक्टूबर को करवा चौथ व्रती महिलाओं के बीच सरगी का वितरण किया. सरगी एक प्रकार की थाली होती है, जिसमें खाने की कुछ चीजें होती हैं. इसके अलावा 16 श्रृंगार की सामग्री, ड्राय फ्रुट्स, फल, मिष्ठान्न आदि भी होते हैं. सरगी में प्राप्त व्यंजनों को ग्रहण कर ही व्रती महिलाएं दिनभर निर्जला उपवास करती हैं. फिर रात में चांद की पूजा करने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है. करवा चौथ की सरगी सास अपनी बहू को देती है. लेकिन यदि सास न हों तो जेठानी या बहन भी सरगी दे सकती हैं.
शक्ति मंदिर कमेटी के सचिव अरुण कुमार ने बताया कि प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. इस साल यह व्रत 13 अक्टूबर को है. इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को पूजा-अर्चना के बाद रात में चांद को देख कर व्रत खोलती हैं. मान्यता है कि जो सुहागिनें करवा चौथ का व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा करती हैं, उन्हें अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है. व्रत सूर्योदय से पहले सरगी खाने के बाद शुरू होता है.
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