Dhanbad : ट्रैफिक कर्मियों पर टॉरगेट का दबाव इस तरह हावी हो चुका है कि वे अपने काम को ही भूल गए है. विभाग की तरफ से प्रत्येक ट्रैफिक एएसआई को प्रतिदिन 20 से 30 हजार रुपये का टारगेट दिया गया है. जिसको लेकर ट्रैफिक एएसआई बौखला गए हैं और इस बौखलाहट में शहर के दोपहिया वाहनों से सीटबेल्ट का चालान काट रहे हैं. टारगेट के दबाव के कारण ट्रैफिक कर्मी जुर्माना वसूलने में कार और बाइक की धारा का भी ख्याल नहीं रख पा रहे हैं. पॉश मशीन या फिर ऑनलाइन जुर्माना भरने का प्रावधान है, जिसके तहत पुलिस कर्मी चालान काट कर जुर्माना वसूलते हैं. बरटांड़ के रहने वाले गुंजन कुमार को सिटी सेंटर के पास उनकी बाइक का चालान काटा गया , हेलमेट नहीं होने की वजह से उसका चालान काटा, लेकिन जुर्माने की रसीद काटी गई तो उसमें हेलमेट की बजाए सीट बेल्ट व अन्य धाराओं में चालान कटा हुआ था.
वहीं अधिकारियों का कहना है कि यह मानवीय भूल है. पॉश मशीन में अक्षर छोटा होता है. भीड़ और धूप में सही ढंग से नहीं दिख पाता और दूसरे स्लाइड पर क्लिक हो जाता है, जिस कारण इस तरह की घटना हो जाती है. उन्होंने कहा है कि इस तरह की शिकायत आने पर सुधार हो जाता है. ट्रैफिक पुलिस बाइक पर सीट बेल्ट का चालान काट रहे हैं. कई बाइक चालकों पर चारपहिया वाहनों की धारा में चालान काट दिया गया है. इस तरह की घटना की कई शिकायतें ट्रैफिक डीएसपी के पास पहुंची हैं.
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