Rajkumar Mahto
Nirsa : निरसा (Nirsa) एग्यारकुंड प्रखंड के डुमरकुंडा दक्षिण पंचायत स्थित नूतनग्राम मल्लिकपाड़ा निवासी दुर्योधन मल्लिक इंदिरा आवास के लिए सरकारी बाबुओं सहित जनप्रतिनिधियों के आवास का चक्कर लगाते पांच वर्ष पूर्व दुनिया से गुजर गए. उनके निधन के बाद अब घर के सदस्य बाबुओं के दफ्तर का चक्कर लगा रहे हैं. मल्लिक का 9 सदस्यीय परिवार टूटे-फूटे खपरैल के घर में जीवन यापन को विवश है. परिवार के लोग हाथ जोड़कर सरकारी आवास के लिए अधिकारियों से भीख मांग रहे हैं. मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही. गांव वालों का कहना है कि आंधी, तूफान, बारिश में इस परिवार के लिए पूरा गांव चिंतित रहता है कि कोई अनहोनी न हो जाए. पड़ोस के लोगों का कहना है कि गांव में बाहुबली एवं सक्षम लोगों का आवास बन चुका है. परंतु जरूरतमंद व्यक्ति चक्कर लगा रहा है.
तेज हवा-पानी में मंदिर या दूसरे घर का सहारा
परिवार के सदस्यों का कहना है कि दिन के वक्त अगर बारिश होती है तो मंदिर या पास-पड़ोस के घरों में चले जाते हैं. रात में अचानक बारिश आ जाती है तो रोते-बिलखते सभी बच्चों को प्लास्टिक ओढ़ा कर दिन का इंतजार करते हैं. भय बना रहता है कि कहीं कोई टाली या खपड़ा बच्चे के सिर पर ना गिर जाए. परिवार को लगता है कि किसी भी दिन बड़े हादसे के शिकार हो सकते हैं.
जल्द ही बन जाएगा : अजय पासवान
इस मामले में मुखिया पति अजय पासवान का कहना है कि नियमानुसार पहले पिछड़ी जाति का मकान बनता है. उसके बाद ही सामान्य जाति का बनेगा. उन्होंने बताया कि 2022-23 की पहली लिस्ट में ही उनका मकान बना दिया जाएगा.
मिल चुका है अंबेडकर आवास : अबोध मंडल
पंचायत सचिव अबोध मंडल ने बताया कि परिवार को बाबासाहेब अंबेडकर आवास दे दिया गया है. बहुत जल्द काम प्रारंभ कर दिया जाएगा.
मामला गंभीर, जांच का विषय : बीडीओ
प्रखंड विकास पदाधिकारी विनोद कर्मकार ने कहा कि मामला बहुत ही गंभीर है. जांच का विषय है कि आखिर इस जरूरतमंद की आवास क्यों नहीं सुनी जा रही. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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