Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) जिले के सबसे बड़े अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) में विधायक फंड से बने लिफ्ट पर मरीज चढ़ने से डर रहे हैं. लगभग 55 लाख के खर्च पर लिफ्ट को चलाने के लिए लिफ्टमैन नहीं है और ना ही उसे जेनरेटर कनेक्शन से जोड़ा गया है. एक मरीज के परिजन सहदेव कुमार ने बताया कि बिजली कटने की वजह से लिफ्ट के बीच लोगों को फंसते हुए देखा है. अब मरीज को चढ़ाने में डर लगता है.
विधायक राज सिन्हा ने जताई थी रखरखाव की चिंता
ज्ञात हो कि एसएनएमएमसीएच में विगत 30 अप्रैल को लिफ्ट की शुरुआत हुई. अस्पताल की स्थापना के बाद पहली बार लिफ्ट लगी है. उद्घाटन धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने किया था. उन्होंने रखरखाव पर चिंता भी जताई थी. एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक अरुण कुमार वर्णवाल ने बताया कि अस्पताल में पहले से मैनपावर काफ़ी कम है. जल्द ही लिफ़्टमैन की नियुक्ति की जाएगी. उसे जेनरेटर से भी जोड़ा जाएगा.
दावे अनेक, मगर व्यवस्था नदारद़
लिफ्ट शुरू होने से चौथी मंजिल से नीचे ओटी, शिशु विभाग, ऑर्थो समेत ऊपरी तल्लों के अन्य विभागों के मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद जगी थी. झारखंड के किसी सरकारी अस्पताल में अब तक की सबसे बड़ी लिफ्ट होने का दावा भी किया जा रहा है. परंतु व्यवस्था के बगैर सब कुछ बेकार सा लग रहा है. व्यवस्था का ही आलम है कि 14 मई को एक मरीज को देखकर लौट रहे परिजन नीचे उतर रहे थे तो बिजली चली गई. सभी लोग लिफ्ट में आधा घंटा फंसे रहे. फिर लिफ्ट लगाने वाली एजेंसी के कर्मियों ने इमरजेंसी चाभी की मदद से दूसरे तल पर फंसे लिफ्ट का दरवाजा खोलकर उन्हें बाहर निकाला.
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