Dhanbad : देश में छाए बिजली संकट को देखते हुए पावर प्लांटों के लिए कोयला लदी मालगाड़ियां सरपट भाग रही हैं. रेलवे के अधिकारी जोन और मंडल मुख्यालयों में बैठकर मालगाड़ियों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. धनबाद (Dhanbad) रेल डिवीजन में कंट्रोल में अधिकारियों की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई गई है, जो मालगाड़ियों पर निगरानी रख रहे हैं. धनबाद डिवीजन से अप्रैल और मई में अब तक 34 दिनों में करीब 13 मिलियन टन कोयला देश के अलग-अलग पावर प्लांटों को भेजा जा चुका है. इस दौरान 3313 कोयला लदी मालगाड़ियों की लोडिंग होई है. कोयला लोडिंग का आंकड़ा पिछले साल अप्रैल की तुलना में इस बार पांच फीसदी अधिक है. कोयला लदी मालगाड़ियों को समय पर पावर प्लांट तक पहुंचाने के लिए रेलवे ने चालक, सहायक चालक और गार्ड की छुट्टियों पर फिलहाल रोक लगा दी है. आपात स्थिति में छुट्टी के लिए सीनियर डीओएम से इजाजत लेनी होगी.
धनबाद डिवीजन के जन संपर्क अधिकारी ने बताया कि मालगाड़ियों का परिचालन पहली प्राथमिकता है. खाली रैक लौटते ही डिमांड के अनुसार तुरंत कोयला लोडिंग कर गंतव्य के लिए रवाना किया जा रहा है. कोयला लदी मालगाड़ियों के रास्ते में रुकावट नहीं आए, इसके लिए डिवीजन के सभी स्टेशनों को अलर्ट किया गया है. धनबाद रेल डिवीजन की सीमा पार करने के बाद दूसरे डिवीजन व जोन के साथ भी नियमित समन्वय बनाकर मालगाड़ियों को प्राथमिकता के तौर पर चलाया जा रहा है.
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