Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद जिले में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है. अच्छी बारिश की उम्मीद भी जताई जा रही है. परंतु जलजमाव से छुटकारा दिलाने के उपाय नदारद हैं. हालांकि इस साल भी जल जमाव की प्रबल संभावना बनी हुई है. नगर निगम ने सफाई तो शुरू कर दी है, लेकिन नाले का अतिक्रमण करने वाली दुकान और मकान जलजमाव के सबसे बड़े कारण बने हुए हैं. शहर के हीरापुर, चिरागोड़ा, पुलिस लाइन, पुराना बाजार आदि जगहों पर नाले के ऊपर बहते पानी की सबसे बड़ी रुकावट अतिक्रमण ही है. ऐसे मामले सबसे अधिक जयप्रकाश नगर में हैं. यहां कई लोगों ने नालियों पर अतिक्रमण कर लिया है. बरसात में यहां जलजमाव गंभीर समस्या हो जाती है. चौड़ी-चौड़ी नालियां अतिक्रमण के कारण संकरी हो गई हैं. नगर निगम ऐसे लोगों पर कार्रवाई से बचता रहा है. परिणामस्वरूप हर साल यहां वर्षा का जल डेरा डाल देता है.
वार्ड 26 में चालीस साल से अतिक्रमण की समस्या
वार्ड 26 के अंतर्गत चिरागोड़ा, सूर्योदय नगर के एक मुहाने पर तो निगम ने ही दो फीट की गली के पास डस्टबीन बना दिया है. आये दिन यहां नालियां जाम रहती हैं. इसी गली के अंदर रहने वाले तुलसी प्रसाद कहते हैं कि चालीस साल पहले भगवान दास और जाली कंपनी ने उन्हें घर के सामने रास्ता नहीं दिया. दोनों ने रास्ते में ही कुआं खोद दिया. बाद में मकान भी खड़ा कर लिया. इसी गली के पास रहने वाले प्रकाश भगत कहते है कि बाद में जाली कम्पनी ने मकान ए के सहाय को बेच दिया. तब से यह रास्ता न हो कर 2 फीट की गली में परिवर्तित हो गया. रही सही कसर भगवान दास ने इसी गली में नाली बना कर पूरी कर दी. गली के पास डस्टबीन भी बना दिया गया. बरसात में जल जमाव के कारण यहां आवागमन की समस्या खड़ी हो जाती है.
अंडर ग्राउंड टनल की योजना टायं टायं फिस्स
जेएनएनयूआरएम के तहत 2012 में शहर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिये निगम ने जगह चिह्नित की थी. मटकुरिया में प्लांट बनना था. परंतु कुछ दिन बाद ही यह योजना टायं टायं फिस्स बन कर रह गई. योजना शहर के छोटे-बड़े नालों की गंदगी अंडर ग्राउंड टनल के जरिये इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में लाने की थी. यहां एकत्रित होने वाले पानी का ट्रीटमेंट कर दुबारा प्रयोग करने का प्लान धरा रह गया. सबसे बड़ी समस्या नालों का अतिक्रमण थी. सर्वे भी हुआ, पता चला कि संकरी नालियों की वजह से बरसात में जल जमाव की समस्या होती है. सब कुछ जानने के बाद निगम के अधिकारी कामकाज समेट कर बैठ गए.
सिर्फ ठेले-खोमचे वालों पर चलता है जोर
नगर निगम के अधिकारियों का जोर सिर्फ ठेले खोमचे वालों पर चलता है. आये दिन सड़क किनारे ठेले, खोमचे और अस्थाई दुकानों के खिलाफ कार्रवाई होती है. निगम के अधिकारी इस कार्रवाई पर खुद अपनी पीठ थपथपा कर खुश भी होते हैं. निगम के फ़ूड इंस्पेक्टर अनिल कुमार का कहना है कि ठेले खोमचे वालों को परेशान नहीं करते हैं. जो लोग सड़क को स्थायी रूप से कब्जा करने की कोशिश करते हैं, कार्रवाई उनके खिलाफ होती है. नालों पर दुकान और मकान बनाने के सवाल पर कहा कि अभी नाली की सफाई का काम शुरू हुआ है. कार्रवाई उनके खिलाफ भी होगी.
जल्द होगी कार्रवाई : नगर आयुक्त
नगर आयुक्त सतेंद्र कुमार ने भी कहा कि शहर में नालों की सफाई का काम शुरू हो चुका है. नालों पर कई जगह अतिक्रमण है, इसकी जानकारी है. उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी.
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