Nirsa: निरसा (Nirsa) प्रबंधन के वादाखिलाफी के खिलाफ इसीएल द्वारा अधिगृहित जमीन के मालिक ने सोमवार 4 जुलाई को चापापुर ओसीपी का काम अनिश्चितकाल के लिए बंद करा दिया. रामकनाली निवासी राजा दास एवं उनके स्वजनों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मेडिकल जांच की प्रक्रिया पूरी होने के 7 माह से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद ईसीएल प्रबंधन ने नियोजन नहीं दिया. कहा कि जब तक ईसीएल प्रबंधन उन्हें नियोजन नहीं देता, ओसीपी का काम शुरू नहीं होने देंगे.
बतातें चलें कि 17 जून को भी राजा दास एवं उनके स्वजनों ने लगभग 12 घंटे तक ओसीपी का काम ठप कर लिया था. परंतु महाप्रबंधक द्वारा 10 दिनों के अंदर नियोजन देने के आश्वासन पर आंदोलन वापस ले लिया था. राजा दास ने बताया कि प्रबंधन की वादाखिलाफी के विरोध में अनिश्चितकालीन आंदोलन चलता रहेगा.
क्या है मामला
रैयत राजा दास ने बताया कि वर्ष 2016 में चापापुर ओसीपी विस्तारीकरण के समय उनकी 2 एकड़ जमीन ईसीएल प्रबंधन ने अधिग्रहित की थी. जमीन अधिग्रहण के समय प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि 3 से 6 माह के अंदर आश्रित को नियोजन दे दिया जाएगा. परंतु 7 साल बाद भी नियोजन नहीं मिला. ईसीएल प्रबंधन ने अधिग्रहित जमीन को खोदकर कोयला भी निकाल लिया. काफी दौड़-धूप के बाद दिसंबर 2021 में ईसीएल प्रबंधन ने उनकी मेडिकल जांच कराई. मेडिकल जांच में वह पूरी तरह स्वस्थ पाये गए. मेडिकल जांच के 7 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी ईसीएल प्रबंधन नौकरी नहीं दे रहा. हालांकि कई रैयतों को मेडिकल जांच के 3 माह बाद ही नियोजन दे दिया गया. मजबूरन उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है.
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