Katras : बीसीसीएल एरिया वन (बरोरा) अंतर्गत बरमसिया मौजा में 15 दिसंबर को कोलियरी विस्तार कार्यों को रैयतों ने रोक दिया. नौकरी व मुआवजा की मांग को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना था कि प्रबंधन वर्षों से रैयतो को बरगला रहा है. जब तक नियमानुसार नियोजन व मुआवजा नहीं देता है, तब तक अपनी एक इंच जमीन पर भी काम नहीं होने देंगे. इस दौरान ग्रामीण महिलाओं ने मशीन को बंद कर दिया और उस पर चढ़कर नारेबाजी करने लगीं. ग्रामीणों के विरोध के आगे वहां तैनात सीआईएसएफ, बरोरा, मधुबन व सोनारडीह थाना पुलिस मुकदर्शक बनी रही.
सूचना पाकर एरिया वन के जीएम पीयूष किशोर मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया. लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे. अंतत: प्रबंधन पूरे लावलस्कर के साथ वापस लौटना पड़ा. फिलहाल काम बंद है. ग्रामीणों को वार्ता के लिए गेस्ट हाउस में बुलाया गया है.
मजिस्ट्रेट के साथ तीन थानों की पुलिस थी तैनात
प्रबंधन ने विरोध की आशंका में प्रशासन से सुरक्षा की मांग की थी. प्रबंधन के आग्रह पर वहां मजिस्ट्रेट बाघमारा प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी रघुवंश भारती की निगरानी में बरोरा, सोनारडीह व मधुबन थाना की पुलिस तैनात थी. प्रबंधन का कहना है कि आरआर पॉलिसी के दायरे में नहीं आने के बावजूद रैयत विरोध कर रहे हैं.
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समझौता के अनुरूप नियोजन व मुआवजा दें : रैयत
जोगीडीह बस्ती में रहने वाले रैयत माथुर महतो, खेलू महतो, खाजू महतो, चिंटू महतो, रूपलाल महतो आदि ने कहा कि बरमसिया मौजा के प्लॉट संख्या 307 में 3 एकड़ 22 डिसमिल जमीन पुश्तैनी है. पूर्व में हुए समझौते के अनुरूप नियोजन व मुआवजा मिलने के बाद ही वे वहां काम होने देंगे.
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