Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) बीसीसीएल के 36 हजार कर्मचारियों के लिए 3 जनवरी मंगलवार का दिन मंगलकारी संदेश ले कर आय़ा. कोल इंडिया के 2 लाख 62 हजार कोयला कर्मियों के लिए वेतन समझौता पूरा होते ही वार्ता में भाग ले रहे ट्रेड यूनियन नेताओं के भी चेहरे खिल उठे. कोल कर्मियों के 11 वें वेतन समझोते को लेकर कोलकाता में सुबह से जेबीसीसीआई सदस्यों के साथ कोल इंडिया प्रबंधक की वार्ता काफी मशक्कत के बाद सफल रही. वार्ता में 19 प्रतिशत मिनिमम गारेंटेड बेनीफीट (एमजीबी) पर दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया. कोल इंडिया की बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल सहित कुल 7 कंपनियों के कर्मियों के बेसिक वेतन में बढ़ोतरी हो जाएगी. बीसीसीएल के लगभग 36 हजार से अधिक कर्मियों को भी इसका लाभ मिलेगा.
ज्ञात हो कि 10 वें वेतन समझौता की अवधि विगत 25 अगस्त को ही पूरी हो गई थी. कोरोना के कारण बैठक देर से शुरू हुई है. बावजूद वर्ष 2022 में लगातार बैठक हुई, जो विफल रही. इस अवधि में 7 बार की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला. कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी की पहल पर कोल इंडिया प्रबंधन के अधिकारी सक्रिय हुए और 3 जनवरी को 8 वीं बैठक में दोनों पक्ष 19 प्रतिशत वेतन वृद्धि पर सहमति हो गए. श्रमिक यूनियन सुबह से 27 प्रतिशत पर अड़ा था, लेकिन शाम ढलते ढलते स्थिति बदल गई. शुरुआत में मजदूर यूनियनें 50 प्रतिशत वेतन वृद्धि की मांग कर रही थी. वेतन समझौते में सबसे बड़ी अड़चन श्रमिकों का वेतन, अधिकारियों से अधिक नहीं होने की जिच पर थी. इसलिए प्रबंधन 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि के पक्ष में नहीं था. अततः इस लड़ाई में प्रबंधन की ही जीत हुई.
बैठक में जेबीसीसीआई सदस्य में पूर्व विधायक अरूप चटर्जी, लखन लाल महतो, केपी गुप्ता, सिदार्थ गौतम, शरद महतो सहित बीएमएस, एटक, एचएमएस और सीटू के अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे.