अभिनेता अक्षय कुमार के साथ निभा रहे बड़े ठेकेदार का किरदार
Putki: बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म ” मिशन रानीगंज” 06 अक्टूबर को रिलीज हो रही है. यह फिल्म माइनिंग इंजीनियर जसवंत सिंह गिल के जीवन से प्रेरित है. गिल ने 1989 में रानीगंज कोलफील्ड्स में 64 लोगों को बचाने का काम किया था. फिल्म में अक्षय कुमार जसवंत सिंह का किरदार निभाते नजर आएंगे. फ़िल्म में परिणीति चोपड़ा भी है. इस फिल्म में पुटकी श्रीनगर के रहने वाले बीसीसीएल के पीबी एरिया भू सम्पदा विभाग में कार्यरत संजय भारद्वाज भी नजर आएंगे.
वह कहते हैं कि बॉलीवुड में मौका मिलना किसी चुनौती से कम नहीं. मुम्बई में रह कर लोग जिंदगी गुज़ार देते हैं, फिर भी उन्हें मौका नहीं मिलता. अपने हुनर व काबिलियत के बदौलत धनबाद में रह कर बॉलीवुड के जाने माने सितारों के साथ भी वह काम कर चुके हैं.
संजय पिछले 35 सालों से थिएटर स्टेज शो करते आ रहे हैं, जिसमे भारत के लगभग 15 से अधिक राज्यों में दिल्ली, आगरा, भागलपुर, मुंगेर, बरियारपुर, दानापुर, पटना, आरा, मणिपुर, जगदलपुर, डेहरी, मुगलसराय, वाराणसी, आज़मगढ़, धामपुर, डालमियानगर, देहरादून, कोलकाता, छत्तीसगढ़, रांची, जमशेदपुर, सम्बलपुर, झारसुगुड़ा, गनगनियाँ,आसनसोल, कुल्टी, जमुड़िया जा कर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा चुके है, वे लगभग 250 से ज्यादा थिएटर एवं 5000 से ज्यादा नुक्कड़ नाटक कर चुके हैं.
अब तक श्री भारद्वाज को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, अभिनेता, सह अभिनेता और नाट्य लेखन के लिए लगभग 900 से अधिक पुरस्कार मिल चुके हैं. वह पुटकी की जानी मानी नाट्य संस्था आरोही नाट्य मंच के डायरेक्टर भी हैं. वर्ष 2016 में उन्होंने अपने कदम फ़िल्म एवं सीरियल जगत में रखने का काम किया, जिसमें सोनी टीवी का मशहूर धारावाहिक “क्राइम पेट्रोल” में बतौर अभिनेता के रूप में कार्य कर चुकें हैं. वर्ष 2019 में भोजपुरी जगत की जानी-मानी फ़िल्म “बेटा होके त अईसन” में कॉलेज प्रोफेसर का किरदार बखूबी निभाया.
और अब ये 6 अक्टूबर को रिलीज होने वाली अक्षय कुमार और परिणीति चोपड़ा की फिल्म “मिशन रानीगंज” में एक बड़े कांट्रेक्टर (ठेकेदार) के किरदार में नज़र आएंगे. आज से 5 वर्ष पहले मिशन रानीगंज की पठकथा विपुल के रावल के द्वारा लिखी गई थी और इसका संवाद दीपक किंगरानी ने लिखा है. उस समय स्वर्गीय जसवंत सिंह गिल, फ़िल्म के निर्देशक टीनू सुरेश देसाई पुटकी आये थे. यहां उन्होंने कई जगहों पर जा कर लोकेशन का मुआयना भी किया. इस फ़िल्म के पट कथाकार बिपुल के रावल हैं. भारद्वाज इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए वह अपनी पत्नी श्रीमती उर्मिला प्रसाद को श्रेय देते हैं, जो आज इस क्षेत्र में उनका बखूबी साथ निभा रही हैं.