Dhanbad: धनबाद के बलियापुर क्षेत्र में कोयला के कई हार्डकोक भट्ठे हैं. उन्हीं में से एक संजय इंडस्ट्रीज है. पिछले चार दिनों से संजय इंडस्ट्रीज और बलियापुर सीओ राम प्रवेश चर्चा में बने हैं. इस दौरान सीओ राम प्रवेश करीब आधा दर्जन बार फैक्टरी में जा चुके हैं. चूंकि मामला धनबाद का है और सबको यही लगता है कि इंडस्ट्रीज है, तो कोयले की गड़बड़ी होगी हीं. लेकिन जो घटनाक्रम सामने आये हैं, उससे यह लगता है कि सीओ राम प्रवेश अपनी ड्यूटी के अलावा भी बहुत कुछ कर रहे हैं. उनके मंसूबे कुछ और भी हैं. कंपनी के मैनेजर से बात करने पर यह भी आरोप सामने आया है कि सीओ ने 10 लाख रूपया की डिमांड की है. आप भी पढ़िए, पूरे घटनाक्रम को और समझिए कि आखिर बलियापुर सीओ कर क्या रहे हैं ?
19 फरवरी – दिन के 11.30 बजेः सीओ राम प्रवेश फैक्टरी में पहुंचे. उस वक्त दो ट्रक कोयला बंगाल से आया था, जिसे अनलोड किया जा रहा था. सीओ ने फैक्टरी के स्टाफ से कहा कि दोनों गाड़ी का पेपर दिखाओ. पेपर देखने के बाद पुलिस के दो जवान को वहीं पर बैठा दिया. मजदूरों को गाली देकर भगा दिया और खुद चले गये.
19 फरवरी – शाम के करीब 5.30 बजेः सीओ दुबारा पहुंचे और कहा कि दोनों ट्रक पर कोयला को लोड करके इसे बाहर करिये. फैक्टरी के स्टाफ ने ऐसा करने से इंकार कर दिया. तब सीओ ने धमकी देते हुए कहा कि फैक्टरी में जितने भी कोयला है, सबको सीज कर देंगे. स्टाफ ने जब ऐसा नहीं करने का अनुरोध किया तो सीओ ने कहा कि मालिक को बोलो- 10 लाख लेकर कल आओ, तभी सब मैटर खत्म हो जाएगा. उस वक्त बहुत सारे मजदूर भी वहां थे.
19 फरवरी – रात 7.30 बजेः सीओ दो घंटे तक फैक्टरी में ही बैठे रहे. फैक्टरी के स्टाफ पर दवाब डाल कर दोनों ट्रक पर कोयला लोड करवाया और ट्रकों को ब्लॉक ऑफिस ले गये.
20 फरवरी – दिन के 12.30 बजेः सीओ ने फैक्टरी के मैनेजर विनय मुखर्जी को कॉल किया और कहा कि आ जाओ और दोनों गाड़ी की जब्ती में स्वतंत्र गवाह बन जाओ. मालिक के खिलाफ बाद में कोर्ट में मुकर जाना. अभी केस करना जरूरी है. श्री मुखर्जी ने जाने से इंकार कर दिया. सीओ ने अपने ड्राइवर के नंबर से कॉल किया था .
21 फरवरी – दिन के 11.30 बजेः फैक्टरी के मैनेजर विनय मुखर्जी सीओ के कार्यालय पहुंचे. सीओ ने उनसे दो बजे आने को कहा.
21 फरवरी – दिन के 2.00 बजेः मैनेजर विनय मुखर्जी सीओ कार्यालय पहुंचे. सीओ ने उनसे कहा कि पैसा लाया है. मैनेजर ने बताया कि मालिक नहीं हैं. बाहर गये हुए हैं. मालिक आयेंगे, तो मिल करके बात कर लेंगे. आपको इग्नोर नहीं करेगा कोई.
21 फरवरी – दिन के 2.30 बजेः सीओ अपने कार्यालय से निकले और फैक्टरी पहुंच गये. वहां मौजूद एक हाईवा का चाबी ले लिया. मजदूरों को भगा दिया. कहाः काम नहीं करना है. सब कोयला और भट्ठा सीज हो जायेगा. तुम लोग गवाही नहीं देता है. धोखा देता है. सीओ करीब दो घंटे तक रहे और शाम के 4.30 बजे वहां से निकल गये.
21 फरवरी – शाम के 6.30 बजेः सीओ दुबारा ईंट-भट्ठा पर पहुंचे. एक नोटिस दिया कि कल यानी कि 22 फरवरी को सारा पेपर दिखायें.
22 फरवरी – दिन के 11.15 बजेः सीओ पहुंचे और कहा कि सारा कोयला सीज करेंगे. मजदूरों को भगा दिया. खबर लिखे जाने तक सीओ के लोग फैक्टरी में ही बैठे हैं. सीओ फैक्टरी में करीब 3.00 बजे तक रहे. { जैसा फैक्ट्री के मैनेजर ने लगातार को बताया }
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