Maithon : डीवीसी मैथन स्टेशन क्लब में 14 दिसंबर को मैथन व पंचेत डैम के रखरखाव, प्रबंधन और सुरक्षा पर बैठक हुई. डीवीसी के सचिव जॉन मथाई ने कहा कि आपात स्थिति में दोनों डैमों और आसपास में रह रहे लोगों की सुरक्षा का प्रबंधन केवल डीवीसी का दायित्व नहीं है. केन्द्रीय जल आयोग, आईएमडी, एनडीआरएफ समेत केन्द्रीय व राज्य की एजेंसियों की भी जिम्मेदारी बनती है. डीवीसी के सदस्य तकनीकी एम रघुराम ने कहा कि डैमों का प्रबंधन और सुरक्षा सर्वोपरि है. इसके लिए सभी एजेंसियों को मिलकर काम करने की जरूरत है.
पश्चिम बंगाल के हावड़ा की कलक्टर प्रिया यादव ने कहा कि मैथन, पंचेत समेत अन्य डैमों की सुरक्षा के लिए एजेंसियों के बीच समन्वय की आवश्यकता है. आईएमडी खड़गपुर के संजीव बंधोपाध्याय ने बाढ़, बारिश व चक्रवात जैसी आपातकालीन स्थितियों में डैमों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई. एनडीआरएफ 9वीं बटालियन के हरविंदर सिंह ने कहा कि आपदा के समय सभी एजेंसियां मिलकर काम करेंगी तो नुकसान कम होगा. डीवीसी के चैयरमेन आरएन सिंह बैठक में भाग नहीं ले सके. उन्होंने स्टेकहोल्डर्स को ऑनलाइन इमरजेंसी एक्शन प्लान की जानकारी दी. स्वागत भाषण डीवीसी मैथन के परियोजना प्रमुख अंजनी कुमार दुबे ने दिया. बैठक में सीडब्ल्यूसी के राहुल सिंह, आईआईटी खड़गपुर के बृजेश कुमार दुबे, आईआईटी रूड़की के प्रो. एनके गोयल, एसडीपीओ रघुनाथपुर अविनाश यादव, एसीपी अभिषेक मोदी, डीवीसी के दीपंकर चौधरी, अभय कुमार, संजय प्रियदर्शी, एग्गारकुंड बीडीओ विनोद कुमार कर्मकार, एसडीपीओ पीतांबर सिंह खेरवार, सीआईएसएफ के कमांडेंट सहित दर्जनों पदाधिकारी उपस्थित थे.
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