ठेकेदार की लापरवाही ले डूबी लोगों को, चार माह से नहीं मिल रहा पानी
Ban Bihari Mahto
Mahuda : तीन पंचायतों के लोगों की प्यास बुझाने के लिए 14 करोड़ की लागत से निर्मित तेलमच्चो ग्रामीण जलापूर्ति योजना फेल कर गई है. सच कहां जाए, तो यह योजना ठेकेदार के घटिया कार्य व विभाग की अनदेखी का भेट चढ़ गयी. इस जलापूर्ति योजना का सबसे अहम हिस्सा नदी में निर्मित इंटेकवेल है, जहां से पानी उठाकर ऊपर टंकी में भेजा जाता है और फिर वहां फिल्टर कर पाइप लाइन से जलापूर्ति की जाती है. इंटेकवेल ही ठेकेदार द्वारा गलत जगह पर बना दिया गया है. नदी के पानी की सतह से दूर रहने के कारण वहां तक पानी पहुंचता नहीं है. गर्मी आने से पहले ही पानी इटेकवेल से काफी दूर चला जाता है. चार माह से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है.
कभी भी ध्वस्त हो सकता है प्लांट
इधर चास जलापूर्ति योजना फेज -2 के बनने से लगभग पूरी नदी की धारा को बोकारो की सीमा की ओर मोड़ दिया गया है, जिससे पानी इंटेकवेल से और दूर चला गया है. तेलमच्चो, कांड्रा व लोहापट्टी की मुखिया अपनी जेब से पैसा लगाकर जेसीबी से नदी में ही नाला बनाकर कुछ पानी इटेकवेल तक पहुंचा रही हैं. तब कहीं जाकर एक दो दिन थोड़ा बहुत पानी मिल पता है. सिर्फ यही नहीं इस योजना के लिए दुरुस्त बिजली व्यवस्था भी नहीं है, जिसके कारण आये दिन पानी सप्लाई बाधित रहती है. ठेकेदार के घटिया कार्य का नतीजा है कि 6 7 वर्षों में ही योजना भयंकर रूप से जर्जर हो चुकी है. वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट (जल संशोधन संस्थान) डब्ल्यूटीपी के फाल्कुलेठर की चारों तरफ छेद हो जाने के कारण पानी हमेशा लीक हो रहा है. हालत यह है कि प्लांट कभी भी ध्वस्त हो सकता है. फाल्कुलेटर से 24 घंटे पानी बहता है, जिससे फाल्कुलेटर खाली हो जाता है. बाद में उसे भरने में घटों लगता है एवं अनावश्यक आंतरिक बिजली का भी खपत होती है.
विधायक ने सदन में उठाया था मामला
हाल ही में बाघमारा विधायक ढुलू महतो ने इस जलापूर्ति योजना के मुद्दे को विधानसभा में जोरदार ढंग से उठाया था. योजना वर्ष 2014 से 15 की है. जनवरी 2015 को विधायक ढुलू महतो ने तत्कालीन मुखिया मीरा कुमारी, धनेश्वर महतो व छोटेलाल महतो की उपस्थिति में इसका शिलान्यास किया था. इस योजना से तीन पंचायत कमशः तेलमोच्चो कांड्रा व लोहापट्टी लाभान्वित होते हैं. यहां वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट भी महज नाम का है. सच्चाई यह है कि वॉटर ट्रीटमेंट नहीं होता है. बिना वॉटर ट्रीटमेंट के ही पानी का सप्लाई किया जाता है. प्लांट की सारी मशीन खराब है.
कारण है ठेकेदार का घटिया काम : मीरा कुमारी
तेलमोच्चो की मुखिया मीरा कुमारी कहती हैं कि यह योजना ठेकेदार के घटिया कार्य के कारण जर्जर है. इसे ठीक करने के लिए शीघ्र ही मरम्मत करनी होगी. ऐसा नहीं हुआ तो इस योजना का कोई औचित्य नहीं है.
दर्द बन गई है यह योजना: रिंकू देवी
कांड्रा तेलमोच्चो की मुखिया रिंकू देवी ने कहा कांड्रा व लोहपट्टी पंचायत के मुखिया के लिए यह योजना दर्द बन गई है. रोज कुछ न कुछ खराबी होती है. हमलोग अपने स्तर से जितना हो सकता है, करते हैं.
अपनी जेब से पैसा खर्च करना पड़ा है: सुनीता देवी
लोहपट्टी मुखिया सुनीता देवी कहती हैं कि इस योजना को किसी तरह चलाने के लिए हम तीनों पंचायतों की मुखिया को अपनी जेब से पैसा खर्च करना पड़ रहा है. शिकायत के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है. यदि इटेकवेल तक पानी नहीं लगाया जाएगा तो योजना बेकार साबित होगी.