Nirsa : निरसा (Nirsa) निरसा के कालीमाता कॉलोनी निवासी विपिन कुमार उर्फ ओंकार बाबा पर 2 नवंबर बुधवार को यौन शोषण का आरोप लगा तो देखते ही देखते पूरे इलाके में कोहराम मच गया. दिन भर लोग बाबा के आवास पर जमे रहे, जबकि रात में दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी हुई. आक्रोशित लोगों और कुछ अंध भक्तों ने बाबा के आवास की चाहरदीवारी तोड़ दी. वहां खड़ी बाइक भी क्षतिग्रस्त कर दी.
चार राउंड फायरिंग की चर्चा
बाबा की ओर से चार राउंड हवाई फायरिंग की भी खबर है. हालांकि पुलिस ने फायरिंग की बात से इनकार किया है. परंतु प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बाबा के आवास से हवाई फायरिंग हुई. थोड़ी देर के लिए वहां अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.
बाबा के जन्म दिन पर जुटे थे सैकड़ों शिष्य
बतातें चलें कि बुधवार को ओंकार बाबा का जन्म दिन था. इस मौके पर बिहार के गया, जहानाबाद समेत कई क्षेत्रों से बाबा के सैकड़ों शिष्य आये हुए थे. दोपहर लगभग 12 बजे दिल्ली की एक युवती आई और बाबा पर पिछले पांच साल से दुष्कर्म करने का आरोप लगाया. युवती ने लोगों के बीच एक पर्चा भी बांटा. पर्चा में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
युवती ने पर्चा बांटा तो भड़का जनाक्रोश
पर्चा पढ़ते ही लोग भड़क गए. फिर तो लोगों ने देर शाम थोड़ी जीटी रोड को जाम कर दिया. रोड पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी. सड़क जाम की सूचना मिलते ही रात करीब साढ़े आठ बजे निरसा सीओ नीतिन शिवम गुप्ता पहुंचे. सीओ को देख कर लोग और ज्यादा भड़क गये. सभी बाबा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. सीओ ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि शिकायत करें, कार्रवाई की जाएगी. आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीण शांत हुए और सड़क जाम हटा लिया.
आवास में फंसे शिष्यों को सुरक्षित निकाला गया
मामला शांत होने के बाद देर रात सीओ की अगुआई में बाबा के आवास में फंसे शिष्यों को सुरक्षित निकालकर गंतव्य तक भेजा गया.
बाबा का विरोध करना महंगा पड़ा
धनबाद के लोदना क्षेत्र के भाजपा किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अंधभक्त जितेंद्र कुमार निषाद को बाबा का विरोध करना महंगा पड़ गया. बाबा के आवास पर जुटे अंधभक्तों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी. किसी तरह वह जान बचाकर भागा और पुलिस को आपबीती सुनाई. लिखित शिकायत दे कर बाबा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
करोड़ों की संपत्ति का मालिक है बाबा
अंधभक्त जितेंद्र कुमार निषाद का कहना है कि बाबा करीब 20 साल से जय ओंकार ट्रस्ट चला रहे हैं. उन्होंने लाखों की संख्या में अंधभक्त बनाया हुआ है. खुद वह भी उनका भक्त था. वह चढ़ावा के रूप में बाबा ने करोड़ों रुपये जमा किये. देश के हर कोने में उनकी कोई न कोई संपत्ति है.
पहले भी जाहिर हुई थी बाबा की करतूत
बताया जाता है कि इस घटना के पहले भी बाबा की कुछ करतूत उजागर हो चुकी है. विरोध में स्थानीय लोगों ने सड़क जाम भी की थी. परंतु समय के साथ मामला शांत होता गया. इस बार बाबा की करतूतों ने स्थानीय लोगों सहित अंध भक्तों का भी विश्वास टूट गया और वे आक्रोश से भर उठे.
लिखित शिकायत मिले तो होगी कार्रवाई : एसडीपीओ
निरसा अनुमंडल क्षेत्र के एसडीपीओ पीतांबर खेरवार ने कहा कि मामला गंभीर है. लिखित शिकायत मिलने पर कार्रवाई तय है. दो लोगों द्वारा लिखित शिकायत मिली है. युवती ने लिखित शिकायत नहीं की है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. आरोपी जितना भी शक्तिशाली हो, कानून से बच नहीं सकता.
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