Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के आरोप में जेल में बंद शूटर अमन सिंह के भाई अजय सिंह की जमानत अर्जी अदालत ने खारिज कर दी. 26 मई को अजय सिंह को धनबाद मंडल कारा से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी विवेक राज की अदालत में पेश किया गया.
अदालत से की जेल में प्रताड़ित करने की शिकायत
अदालत में पेशी के दौरान उसने अपने मेडिकल संबंधी कागजात अदालत को दिखाये और कहा कि वह गंभीर बीमारी से पीड़ित है. उसे कोविड-19 हुआ था और वह ठीक से चल नहीं पा रहा है. उसे ब्लड प्रेशर, थायराइड एवं शुगर की बीमारी है, जिसके लिए वह नियमित रूप से दवा का सेवन कर रहा है. गोविंदपुर पुलिस ने उसे शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है. सिर्फ अमन सिंह का भाई होने के नाते पुलिस ने उसे काफी प्रताड़ित किया है. जेल में भी उसे बहुत परेशानी हो रही है. उसने इलाज के लिए अदालत से अस्पताल में शिफ्ट करने की प्रार्थना की. अदालत ने बेहतर उपचार के आवेदन पर जेल प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है.
अमन सिंह का रंगदारी कारोबार संभालने का है आरोप
उनके अधिवक्ता दीप नारायण भट्टाचार्य ने अदालत में जमानत की अर्जी दाखिल की. परंतु अदालत ने जमानत की अर्जी खारिज कर दी. अजय सिंह को गोविंदपुर थाना की पुलिस ने अंबेडकर नगर कोर्ट के आदेश से ट्रांजिट रिमांड पर धनबाद लाया था, जहां उसे रंगदारी के मामले में जेल भेज दिया गया है. फिलहाल वह विगत 19 मई से रंगदारी के मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है. थाना प्रभारी गोविंदपुर की शिकायत पर विगत सात मई को अमन सिंह, वीरबहादुर सिंह, अजय सिंह, विवेक सिंह, छोटू सिंह उर्फ आशीष रंजन सिंह, सिम रिटेलर मोहम्मद सिराजुद्दीन अहमद, अमन सिंह के ससुर सुरेंद्र प्रताप सिंह, अमन सिंह के पिता उदय भान सिंह, अमन सिंह के भाई अमर सिंह एवं अन्य के खिलाफ गोविंदपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. प्राथमिकी में उन सभी के विरुद्ध संगठित गिरोह बनाकर कारोबारियों से रंगदारी मांगने, अमन सिंह के रंगदारी के कारोबार में सहयोग करने, रंगदारी का रुपया रखने का आरोप लगाया गया है.
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