नीरज कुमार
Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद शहर की “लाइफ लाइन” बैंक मोड़ ओवर ब्रिज़ खस्ताहाल स्थिति में है. इस स्थिति का ख्याल करते हुए और प्रतिदिन पड़ने वाले भारी दबाव को देखते हुए झारखंड सरकार के आदेश पर लगभग एक वर्ष पूर्व 30 सितंबर से 4 अक्टूबर 2021 तक ओड़िशा की सुबुद्धि एसोसिएट ने इसकी जांच की थी. तीन दिनों तक ट्रैफिक बंद रखकर 107 टन भारी वाहन से लोड देकर ओवरब्रीज के दबाव सहने की क्षमता जांची गई थी. पांच दिनों की जांच के बाद जो रिपोर्ट सौंपी गई, उसमें बताया गया था कि ओवरब्रिज ने 75% रिकवरी की थी. यदि सही तकनीक से रिपेयरिंग की जाए तो यह 20-25 बर्षों तक सेवा दे सकती है. लोगों के लिए खतरा भी नहीं बनेगी. सुबुद्धि एसोसिएट ने रिपोर्ट रांची स्थित पथ निर्माण विभाग के मुख्यालय प्लानिंग एंड इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट को सौंपी थी.
रिपोर्ट में तुरंत रिपेयरिंग की थी सिफरिश
रिपोर्ट में सुबुद्धि एसोसिएट ने बताया था कि ब्रिज में लगे सभी 180 बेयरिंग खराब हो गए हैं, जिसे तुरंत बदलने की जरूरत है. ब्रिज के एक्सपेंशन ज्वाइंट बारिश की वजह से खराब हो गए हैं, 150 एमएम तक डिटूमिन लेयर लगाने की जरूरत है. ओवरब्रिज की रेलिंग जर्जर है सुरक्षा की दृष्टि से रिपेयरिंग की भी जरूरत बताई गई थी, जिसमें 14 करोड़ खर्च का अनुमान भी लगाया गया था.
एक वर्ष बाद भी कोई सुधि लेनेवाला नहीं
बता दें कि देश के अन्य हिस्सों में ओवर ब्रिज़ से संबंधित हादसों पर चिंतित होकर राज्य के पथ निर्माण विभाग ने जांच कराई थी. परंतु विभाग की सुस्ती को देख कर लगता है कि उनकी गंभीरता दिखावटी थी. क्योंकि जांच के एक वर्ष बाद भी मरम्मत का काम शुरू नहीं हुआ. अब तक टेंडर की प्रक्रिया पर भी विचार नहीं किया गया है. रिपोर्ट ठंडे बस्ते में पड़ी है.
ब्रिज़ पर उगे पेड़ व क्षतिग्रस्त पिलर दे रहे संकेत
बता दें कि 20 अगस्त 1972 में बने इस ओवरब्रिज की उम्र 50 साल हो चुकी है. इन वर्षों में ब्रिज की हमेशा आंशिक मरम्मत ही कराई गई. ओवरब्रज के पिलर से प्लास्टर झड़ गए हैं. दीवारों पर हर जगह बड़े-बड़े पेड़ उग आए हैं. गुजरात के मोरबी पुल की घटना को देखते हुए ओवरब्रिज से गुजरना डरावना एहसास पैदा करता है.
ओवरब्रिज पर हज़ारों टन की पाइप लाइन का वजन
बाद के दिनों में ओवर ब्रिज़ के एक छोर के फुटपाथ से मैथन से आने वाली सप्लाई वाटर पाइप लाइन का वजन भी डाल दिया गया है. हालत यह है कि ओवरब्रिज पर हज़ारों टन का वजन बढ़ गया है. फुटपाथ भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे पैदल राजगीरों को परेशानी होती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार इस भारी भरकम पाइप लाइन की वजह से ओवरब्रिज की मरम्मत में भी परेशानी होगी.
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