Nirsa : निरसा (Nirsa) निरसा अनुमंड़ल क्षेत्र में रविवार यानी सप्तमी के दिन विभिन्न पूजा पंडाल एवं मंदिरों में मां दुर्गा का पट खुलते ही दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लग गयी. भक्तों की आस्था चरम पर पहुंच गई. दर्शन को उतावले लोगों से पंडाल एवं मंदिर परिसर भर गया. पूरा इलाका श्रद्धा और उत्साह के अद्भुत रंग में सराबोर हो गया. अलग-अलग जगहों पर पंडालों में माता के दर्शन के लिए लोग उमड़ रहे हैं.
पालकी पर बिठाकर लाया गया दुर्गा मां को
विभिन्न पंडालों व मंदिरों में वरन के साथ मां दुर्गा की पूजा शुरू हो गई. ऐसे तो मां दुर्गा की पूजा महालया के बाद से ही शुरू हो जाती है. परंतु सप्तमी के दिन कई मंदिरों एवं पंडालों में मां को वरन करने के लिए दर्जनों की संख्या में श्रद्धालु तालाब पहुंचते हैं, जहां से पूजा अर्चना कर मां को पालकी में बिठाकर पूजा स्थल लेकर आते हैं. इस दौरान श्रद्धालुओं की उमंग और उनके चेहरे पर खुशी साफ झलकती है. बता दें कि मां को वरन करने के लिए जैसे ही मंदिर के पुजारी पालकी लेकर मां को लाने के लिए निकलते हैं. उनके पीछे भारी संख्या में श्रद्धालु पैदल चल कर जाते हैं. श्रद्धालुओं का मानना है कि मां दुर्गा शक्ति का स्वरूप है. उनकी पूजा से हर समस्या दूर हो जाती है.
पूजा पंडालों में दर्शन कर निहाल हुए श्रद्धालु
हर पंडाल एवं मंदिर में स्थापित देवी के दर्शन के लिए लोगों का जमावड़ा लगा रहा. मां दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धालु नतमस्तक हुए. पूजा पंडालों में लोगों की भीड़ के साथ आसपास तरह-तरह की दुकानें लग लग गई हैं. लोगों ने इन दुकानों से जमकर खरीदारी की व मेला का लुत्फ उठाया.
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