Nirsa : ईसीएल मुगमा क्षेत्र की राजा कोलियरी ओसीपी में 17 नवंबर की दोपहर रिकवरी एजेंट द्वारा दो हाइवा जबरन जब्त कर ले जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया. हाइवा चालक व स्थानीय मजदूरों ने जमकर हंगामा किया. सूचना मिलते ही निरसा के एसडीपीओ पीतांबर सिंह खेरवार व थाना प्रभारी दिलीप कुमार यादव दल-बले के साथ मौके पर पहुंचे और मजदूरों को समझाकर शांत कराकर एजेंट को मुक्त कराया.
ज्ञात हो कि ओसीपी में आउटसोर्सिंग से खनन कार्य किया जा रहा है. इसमें करीब 6 हाइवा लगाए गए हैं. कंपनी ने बैंक से सभी गाड़ियों को फाइनेंस कराया है. लेकिन वाहनों पर पिछले 2-3 वर्षों का मासिक किस्त बकाया है. बकाए का लंब समय होने के कारण फाइनेंस कंपनी व बैंक के रिकवरी एजेंट ने ओसीपी पहुंचकर गाड़ियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की. इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को पहले से ही दे दी गई थी. रिकवरी एजेंट दो हाइवा को जब्त कर ले जाने में सफल रहा. जैसे ही इसकी भनक वहां कार्यरत कर्मियों व हाइवा चालकों को लगी सभी ने रिकवरी एजेंट को घेर लिया उसकी खूब फजीहत की. चालकों व कर्मियों का कहना था कि उनका वेतन बकाया है, भुगतान कर गाड़ियां ले जाएं. हो हंगामा देख थाना प्रभारी ने और पुलिस बल मंगावा लिए. एसडीपीओ पीतांबर खेरवार व थाना प्रभारी ने फाइनेंस कंपनी, ओसीपी प्रबंधन व कर्मियों के साथ वार्ता कर सभी को निरसा थाना बुलाया और कागजात दिखाने को कहा. खेरवार ने कहा कि कागजातों की जांच करने के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद मामला शांत हुआ. रिकवरी एजेंट ने आउटसोर्स कर्मियों व हाइवा चालकों ने फाइनेंस कंपनी के लोगों पर गाली-गलौज, धक्का-मुक्की व मारपीट करने का आरोप लगाया. पुलिस ने सभी को लिखित शिकायत करने के बाद कार्रवाई करने की बात कही.
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