Nirsa: गोपीनाथपुर कोलियरी, कापासारा एवं दहीबाड़ी ओसीपी में मामला कोयला चुनने का नहीं, बल्कि अवैध उत्खनन का है. चाल गिर जाने एवं मलबे में दब जाने के कारण 12 लोगों की मौत हो चुकी है. कोयला चुनने के दौरान गोपीनाथपुर ओसीपी में 5 लोगों की मौत की बात कह लोगों को गुमराह करने वाले जिला प्रशासन के अधिकारियों पर ही सबसे पहले मामला दर्ज किया जाना चाहिए. उक्त बातें गुरुवार 4 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारों से बातचीत में कही. वह गोपीनाथपुर कोलियरी ओसीपी में अवैध खनन के स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे थे.
सरकार या तो कोयला चोरों से डरती है या मिली हुई है
उन्होंने कहा कि कोयला उद्योग का संचालन केंद्र सरकार करती है, परंतु सुरक्षा की जिम्मेवारी राज्य सरकार की होती है. राज्य की हेमंत सरकार या तो कोयला तस्करों से डरती है या उनसे मिली हुई है. तभी तो इतने व्यापक पैमाने पर राष्ट्रीय संपत्ति की चोरी हो रही है. राज्य सरकार को राजस्व की हानि हो रही है. बावजूद कोई ठोस पहल नहीं की जा रही. कोयला चोरी के संगठित गिरोह पर पुलिस या राज्य सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही.
सीआईएसएफ की भूमिका चौकीदार की
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सीआईएसएफ की भूमिका कोलियरी में चौकीदार के समान है. केस रजिस्टर्ड करने और अपराधी को जेल भेजने का काम स्थानीय थाना ही करता है. यदि स्थानीय थाना की पुलिस सीआईएसएफ को सहयोग नहीं करेगी, उसके द्वारा शिकायत करने पर मामला दर्ज नहीं करेगी तो ऐसी स्थिति में चोरी कैसे रुकेगी.
बिल्ली दूध की रखवाली नहीं कर सकती
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जैसे बिल्ली दूध की रखवाली नहीं कर सकती, वैसे ही जिला प्रशासन द्वारा गठित एसआईटी टीम अपेक्षित काम नहीं कर सकती है. एसआईटी टीम में ग्रामीण एसपी को रखा गया है. कोयला चोरी रोकने की जिम्मेवारी जिस ग्रामीण एसपी पर है, उसे ही जांच दल में रखने से स्पष्ट है कि सही जांच कर सही रिपोर्ट नहीं मिलेगी. उन्होंने मांग की है कि पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जाए. सीबीआई जांच से संगठित गिरोह में कौन-कौन लोग संलिप्त हैं, सामने आ जाएगी. ईसीएल के खदान से अवैध उत्खनन के मामले में ईसीएलके सुरक्षा पदाधिकारियों पर भी मामला दर्ज कराया जाए. तभी वे लोग स्पष्ट बताएंगे के किन लोगों के कहने पर कोयला चोरों को खदान के अंदर जाने देते हैं.
वर्तमान एसएसपी के रहते नहीं रुक सकता क्राइम
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वर्तमान सीनियर एसपी के रहते धनबाद में क्राइम का ग्राफ बढ़ेगा, घटेगा नहीं. सीनियर एसपी पहले पलामू के एसपी थे. बिहार के एक बुजुर्ग और उनके चालक का अपहरण तथा उस मामले में क्या क्या हुआ यह सभी जानते हैं. बावजूद वैसे आईपीएस अधिकारी को धनबाद जिला का सीनियर एसपी बनाकर भेजने से स्पष्ट है कि राज्य सरकार की मंशा क्या है. पुलिस प्रशासन चाहता था कि कोयला चोर मृतक के शव को ठिकाने लगा दें, ताकि सबूत को समाप्त किया जा सके.
जनता की अदालत में भी जाएगी भाजपा
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संपत्ति की लूट को लेकर भाजपा विधानसभा के अलावा जनता की अदालत में भी जाएगी. सही में सरकार इसे रोकना चाहती है तो रोजगार के अवसर पैदा करें, अवैध खनन को रोकने का उपाय करें तथा कोयला निकाले जा चुकी खुली खदानों की भराई कराए. वरना भाजपा जनता की अदालत में जाकर जनता को बताएगी कि कैसे राष्ट्रीय संपत्ति की लूट की छूट राज्य सरकार ने दे रखी है.
मौके पर धनबाद विधायक राज सिन्हा, निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता, चिरकुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष डब्लू बाउरी, विनय सिंह,भाजपा ग्रामीण महामंत्री दिनेश कुमार सिंह, भाजयुमो के ग्रामीण जिला अध्यक्ष बंपी चक्रवर्ती, वृहस्पति पासवान, अविनाश कुमार, गुड्डू सिंह आदि मौजूद थे. इससे पूर्व बाबूलाल मरांडी को निरसा चौक पर भाजपाइयों ने अपर्णा सेनगुप्ता के नेतृत्व में भव्य स्वागत किया. उन्होंने बाबूलाल मरांडी, राज सिन्हा को अंग वस्त्र एवं पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया.
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