Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) हाजरा क्लिनिक विगत 28 जनवरी के अग्निकांड हादसे से अब उबरने की कोशिश कर रहा है. दुखद घटना के नौ दिन बाद 4 फरवरी शनिवार को मृत डॉक्टर दंपती व भांजा सोहम खमारू को डॉक्टर समीर हाजरा और उनकी पत्नी ने श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद पिछले कई दिनों से बंद अस्पताल को मरीजों के लिए खोल दिया गया. अब मरीज फिर से हाजरा अस्पताल में इलाज करा सकेंगे. अगलगी कांड को हादसा बताते हुए डॉक्टर समीर हाजरा ने खुद पर लगे तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन इस अग्निकांड की उच्च स्तरीय जांच कराएं, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. अस्पताल परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में यह जानकारी डॉक्टर समीर हाजरा ने दी.
हादसे के बाद मरीजों को हो रही थी कठिनाई
उन्होंने कहा कि अग्निकांड के बाद अस्पताल को पूरी तरह बंद कर दिया गया था. मरीजों को स्वास्थ्य सेवा व जांच आदि में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि यह ऐसा अस्पताल है, जहां हर माह जच्चे-बच्चे की जांच जरूरी होती है. मरीजों की कठिनाई को देखते हुए अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा फिर शुरू कर दी गई. अब परेशानी झेल रहे मरीजों को सहुलियत होगी.
हो चुका है बंटवारा, संपत्ति का विवाद मनगढ़ंत कहानी
अग्निकांड पर खुद को पाक साफ बताते हुए डॉ समीर हाजरा ने सीएम हेमंत सोरेन से हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि उन पर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वे बेबुनियाद हैं. दोनों भाइयों के बीच आधी-आधी संपत्ति का बंटवारा हो चुका है. इसीलिए संपत्ति को लेकर कोई भी आरोप निराधार है.. इस अग्निकांड के पीछे कोई साजिश हो सकती है, जिसकी जांच होनी चाहिए.
गम व बौखलाहट में बच्चों ने लगाया है आरोप
डॉक्टर समीर हाजरा ने अपने भतीजा आयुष व भतीजी प्रेरणा द्वारा लगाए गए आरोपों को उनकी बौखलाहट बताया. कहा कि ये बच्चे हमारे परिवार के सदस्य हैं. अपने माता-पिता की मौत से आहत हो कर बच्चों ने आरोप लगाया है. लेकिन वह हमारे ही बच्चे हैं. इसलिए हम उनसे नाराज नहीं हैं.