एक दिन के लिए प्रभारी प्राचार्य बनने के बाद डॉ.एके माजी लौट गये विश्वविद्यालय
Dhanbad : राजभवन के हस्तक्षेप के बाद एसएसएलएनटी कॉलेज की प्राचार्या डॉ. शर्मिला रानी का तबादला रुक गया है. उनके स्थानांतरण को लेकर कई दिनों से खींचतान जारी था. शनिवार 15 जुलाई को वह अपने कक्ष में बैठकर कॉलेज के कामकाज का संचालन करती रही. एक दिन पहले शुक्रवार 14 जुलाई को एसएसएलएनटी के नए प्राचार्य पद पर योगदान देने विश्वविद्यालय के सीसीडीसी डॉ.एके माजी पहुंचे थे. लेकिन डॉ.शर्मिला रानी ने अपनी कुर्सी छोड़ने से इंकार कर दिया था. डॉ. माजी विश्वविद्यालय से जारी रिलीविंग लेटर लेकर आए थे, जिसे प्राचार्या को भिजवाया गया. प्राचार्या उसे पढ़ने के बाद भी अपने कक्ष में ही बैठी रही. वहीं डॉ.माजी ने कॉलेज के प्रोफेसर चेंबर में बैठकर कॉलेज की जिम्मेवारी संभाल ली. इधर कॉलेज का कामकाज निपटा कर प्राचार्या शाम के समय कक्ष का दरवाजा बंद कर चुपके से निकल गई. शुक्रवार 14 जुलाई को ही देर शाम राजभवन ने उनका तबादला स्थगित कर दिया.
बता दें कि बीबीएमकेयू कुलपति ने 6 जुलाई को पत्र जारी कर प्राचार्या डॉ.शर्मिला रानी का तबादला जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर बीएसके कॉलेज मैथन कर दिया था. उनके स्थान पर डॉ.माजी को कॉलेज प्राचार्य का प्रभार सौंपा गया, लेकिन प्राचार्या ने विश्वविद्यालय के आदेश को मानने से इंकार कर दिया. डॉ.माजी ने प्राचार्या की कुलपति पर बातचीत भी करवाई, फिर भी वह पद छोड़ने को तैयार नहीं हुई. इस बीच उनका वित्तीय अधिकार भी विश्वविद्यालय ने आदेश जारी कर छिन लिया. सिर्फ एक दिन के लिए प्रभारी प्राचार्य बनने के बाद डॉ. माजी विश्वविद्यालय लौट गए.
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