ब्लड स्टोरेज यूनिट को अपग्रेड करने के साथ अलग वार्ड की करनी होगी व्यवस्था
Dhanbad : शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की तर्ज पर सदर अस्पताल में भी थैलेसीमिया पीड़ितों का इलाज होगा. इसके लिए सदर अस्पताल प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. हालांकि यह इतना आसान भी नहीं होगाय सदर अस्पताल के पास वर्तमान में एक ब्लड स्टोरेज यूनिट है. पहले से ही ब्लड की किल्लत रहती है. ऐसे में थैलेसीमिया पीड़ितों के लिए ब्लड का पहले से इंतजाम कर रखना होगा, जिसके लिए एसएनएमएमसीएच ब्लड बैंक पर निर्भर रहना पड़ेगा. थैलेसीमिया पीड़ित को ब्लड मिल सके, इसके लिए सबसे पहले सदर अस्पताल प्रबंधन को ब्लड स्टोरेज यूनिट को अपग्रेड करना होगा.
बता दें कि एसएनएमएमसीएच में हर रोज दूर-दराज से करीब 6 से 8 थैलेसीमिया के मरीज पहुंचते हैं. उन्हें प्राथमिकता देते हुए ब्लड चढाया जाता है. यह इसलिए मुमकिन होता है, क्योंकि अस्पताल का अपना ब्लड बैंक है. इसी तरह की व्यवस्था सदर अस्पताल को भी करनी होगी. तभी थैलेसीमिया यूनिट शुरू किया जा सकता है. अस्पताल के नोडल पदाधिकारी डॉ राजकुमार सिंह बताते हैं कि आरडीडी डॉ सिद्धार्थ सान्याल ने थैलेसीमिया पीड़ित के इलाज के लिए वार्ड तैयार करने का निर्देश दिया है. साथ ही व्यवस्थाओं को बेहतर बनाते हुए वार्ड को संचालित करना है.