गलत कर्मो का नाश व प्रत्येक प्राणी को सरल स्वभाव रखने का संदेश
Dhanbad : दस दिवसीय पर्यूषण महापर्व का तीसरे दिन गुरुवार 21 सितंबर को उत्तम आर्जव धर्म के रूप में मनाया गया. सर्वप्रथम ऋषभ देव भगवान का अभिषेक, शांतिधारा और दशलक्षण की पूजा की गई, जिसमें समाज के सभी महिला पुरुष उपस्थित थे. अनुष्ठान में मौजूद प्रमोद जैन व विनोद गोधा ने आर्जव धर्म के बारे में बताते हुए कहा कि मन, वचन व कर्म में कुटिलता का त्याग करना ही आर्जव धर्म है. इस आर्जव धर्म के धारण करने से गलत कर्मो का नाश हो जाता है. इसलिए प्रत्येक प्राणी को सरल स्वभाव रखना चाहिए .
आज के कार्यक्रम में विनीत जैन, संतोष जैन, विनोद गंगवाल, आकाश जैन, स्वाति जैन , करुणा जैन, तारा देवी जैन ,पायल शाह, संतोष देवी आदि उपस्थित थे. महापर्व के सभी कार्यक्रम ग्वालियर से आये पंडित मुन्ना लाल जी के मार्ग दर्शन पर पूरे किये जा रहे हैं.