Dhanbad : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, धनबाद में 6 मई को भारतीय शिक्षा प्रणाली व नई शिक्षा नीति विषय पर 16 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की पैनल चर्चा आयोजित की थी. चर्चा में 16 में से सिर्फ 6 कुलपतियों व निदेशकों ने भाग लिया. इनमें भी सिदो-कान्हू मेमोरियल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो सोनाझरिया मिंज, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के कुलपति प्रो एके त्यागी और बीबीएमकेयू के पूर्व कुलपति प्रो एके श्रीवास्तव को छोड़कर बाकी सभी धनबाद के ही थे. ऐसे में पैनल चर्चा महज खानापूर्ति रह गई. क्योंकि चर्चा स्थल पर किसी ने भी कुलपतियों के भाषण का दस्तावेजीकरण नहीं किया. मौके पर न तो किसी ने पेपर प्रस्तुत किया, न ही कार्यक्रम का प्रस्ताव ही तैयार किया गया. कार्यक्रम स्थल परिचर्चा का कम और फोटो सेशन का मंच अधिक लग रहा था. विवि में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि टीए बिल भुगतान के लिए ही यह आयोजन हुआ.
5 मई की रात गृहप्रवेश पार्टी में पहुंचे थे एक दर्जन कुलपति
ज्ञात हो कि पैनल चर्चा से एक दिन पहले 5 मई को बीबीएमकेयू के भेलाटांड़ स्थित नए परिसर में बने कुलपति आवास में गृहप्रवेश का रात्रि भोज आयोजित था. बीबीएमकेयू के कुलपति प्रो शुकदेव भोई ने रात्रि भोज में सभी 16 कुलपतियों को आमंत्रित किया था. इसमें करीब एक दर्जन कुलपति शरीक हुए थे. अगले दिन पैनल चर्चा में अधिकतर कुलपतियों के नदारद रहने पर विश्वविद्यालय में शिक्षकों के बीच इस बात की कानाफूसी होती रही कि पैनल चर्चा तो एक बहाना था. सभी कुलपतियों को आने-जाने के लिए विश्वविद्यालय से राशि (टीए) उपलब्ध कराना था.
एक सप्ताह से था उत्सव का माहौल
कुलपति के गृह प्रवेश को लेकर पिछले एक सप्ताह से उत्सव का माहौल था. तीन मई से पूजा शुरू होनी थी. लेकिन एक मई से अधिकतर शिक्षक तीमारदारी में लगे थे. पैनल चर्चा के दिन भी विश्वविद्यालय और कॉलेज खुले हुए थे. क्लास सस्पेंड नहीं थे. लेकिन अधिकतर शिक्षक सुबह से लेकर शाम तक पैनल चर्चा में उपस्थित रहे. इसके पूर्व भी कुलपति आवास पर तीमारदारी में लगे शिक्षकों के क्लास अघोषित रूप से सस्पेंड रहे.
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