धारा 144 का उल्लंगन कर डटे रहे लोग, अनुनय-विनय करती रही पुलिस
Jorapokhar: अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत झारखंडी कात्यानी भाषा संघर्ष समिति ने आज 4 अगस्त शुक्रवार को भौरा आउटसोर्सिंग बंद कराने की घोषणा की थी. इसके लिए जिला प्रशासन ने प्रबंधन के आग्रह पर धारा 144 लगा रखी थी. सुबह से ही पुलिस पेट्रोलिंग कर रही थी. आंदोलनकारियों ने घोषणा की थी कि जयराम महतो की मीटिंग की जाएगी. एकाएक 12 बजे दर्जनों की संख्या में महिला, पुरुष, बच्चे आउटसोर्सिंग परियोजना पहुंचे व ट्रांसपोर्टिंग का काम भी बंद कर दिया गया. आंदोलनकारी जिला प्रशासन के विरोध में नारे लगा रहे थे. उनका कहना था कि उनकी जमीन पर बिना मुआवजा दिए कंपनी कोयला निकाल रही है. जमीन हमारी है, तो जिला प्रशासन 144 धारा कैसे लगा रहा है. यह गुंडागर्दी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे.
ग्रामीणों के साथ पुलिस भी करती रही जयराम का इंतजार
सुबह से ही ग्रामीणों के साथ पुलिस प्रशासन भी जयराम का इंतजार कर रहा था. जोड़ा पोखर इंस्पेक्टर, भौंरा थाना प्रभारी जितेंदर कुमार तीन थानों की पुलिस के साथ तैनात थे. ग्रामीण 144 धारा को तोड़कर प्रदर्शन कर रहे थे. माहौल खराब ना हो इसके लिए पुलिस प्रशासन फूंक फूंक कर कदम रख रहा था. इस अवसर पर ग्रामीणों की तरफ से खेम लाल महतो विशाल महतो सुशील महतो आदि मौजूद थे. परियोजना का काम पूरी से ग्रामीणों ने बंद करा दिया था. दीपू पासपोर्ट का काम पूरी तरह से बंद रहा, जिससे कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा. . महाप्रबंधक निर्जल चक्रवर्ती ने कहा कि इस तरह से परियोजना का काम बंद करना सही नहीं है. कंपनी के साथ सरकार को भी लाखों का नुकसान सहना पड़ता है. बैठकर वार्ता करने से ही समस्या का समाधान हो सकता है.