त्योहारों को लेकर भ्रम में पड़े हैं लोग, महिलाओं के बीच भी दुविधा की स्थिति
Dhanbad: इस साल अधिमास (मलमास) पड़ने के कारण त्योहारों को लेकर लोगों में खासकर महिलाओं के बीच कई तरह की दुविधाएं उत्पन्न हो गई है. कई लोग विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर व कुछ लोग 18 सितंबर को मनाने की बात कह रहे हैं. हरितालिका तीज को लेकर भी 18 और 19 सितंबर की तिथि को लेकर दुविधा है. पंडित जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि लोगों को दुविधा में पड़ने की जरूरत नहीं है. काशी पंचांग के अनुसार 16 सितंबर को सूर्य, कन्या राशि में रात्रि शेष 4 बजकर 55 मिनट में प्रवेश कर रहा है. इसीलिए विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर को ही मनाई जाएगी. सिर्फ बांग्ला पंचांग को मानने वाले 18 सितंबर को मनाएंगे.
इधर भाद्र पद मास की तृतीया तिथि 17 सितंबर (रविवार) को प्रातः9:31 मिनट से शुरू होकर अगले दिन यानी 18 सितंबर सोमवार प्रातः 10:27 मिनट तक ही रहेगा. सोमवार और तृतीया तिथि का संयोग अति उत्तम माना जाता है. इसीलिए हरितालिका तीज का व्रत 18 को ही मनाया जाएगा. व्रतियों को किसी भ्रम में पड़ने की जरूरत नहीं है. समस्त कामनाओं की पूर्ति के लिए इस दिन शिव पार्वती के पूजन का बहुत ही उत्तम संयोग है.