ढुल्लू का नए-नए विवाद में उछल रहा नाम
Rizwan Shams
Dhanbad : धनबाद लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा द्वारा ढुल्लू महतो को प्रत्याशी घोषित करते पार्टी में घमासान मच गया है. पार्टी में बवंडर उठा है और भाजपा नेतृत्व डैमेज कंट्रोल में जुटा है, वहीं ढुल्लू महतो का लगातार नए-नए विवादों मे नाम उछल रहा है. दूसरी ओर प्रत्यासी की घोषणा नहीं होने से कांग्रेसी खेमे में सन्नाटा पसरा है. कांग्रेस का खेमा बिलकुल शांत दिख रहा है. कांग्रेस नेता फिलहाल दिल्ली दरबार में गेटिंग-सेटिंग में लगे हैं. भाजपा के अंदरखाने में ढुल्लू महतो को प्रत्याशी बनाये जाने का भारी विरोध है. पार्टी के नेता-कार्यकर्ता अंदर ही अंदरअलग-अलग गुट में बंट गये हैं. विरोध करनेवाले हालांकि खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं. उपर-उपर साथ देने की बात करते हैं, लेकिन अंदर-अदंर ढुल्लू को सबक सिखाने की रणनीति तैयार कर रहे हैं.
ढुल्लू के समर्थन में गैंगस्टर प्रिंस व बाबूलाल मरांडी भी
भाजपा नेता व मारवाड़ी समाज के कृष्णा अग्रवाल द्वारा ढुल्लू के विरोध में खुल कर मोर्चा खोलने और बाबूलाल मरांडी को पत्र लिखने के बाद से विवाद और बढ़ गया है. पत्र के जवाब में ढुल्लू ने कृष्णा अग्रवाल को फोन कर जैसी बातें की, उससे हंगामा बढ़ता चला गया. मामले में सरयू राय कूदे और फिर गैंगस्टर प्रिंस खान की भी एंट्री हो गई. ढुल्लू के समर्थन में गैंगस्टर प्रिंस खान के कथित ऑडियो के वायरल होने से विवाद और बढ़ गया है. कृष्णा अग्रवाल की शिकायत पर ढुल्लू महतो और प्रिंस खान के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज हो चुकी है. लेकिन प्रदेश भाजपा अ्ध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने 50 आपराधिक मामलों के आरोपी ढुल्लू को पाक-साफ बताते हुए उनके समर्थन में आगे आ गये हैं. कह दिया कि ढुल्लू अपराधी नहीं. इसके बाद तो भाजपा के अंदरखाने में भूचाल आ गया है. भाजपा का एक तबका शीर्ष नेतृत्व को लगातार भाजपा में उठे बवंडर से अवगत करा रहा है.
प्रत्याशी की घोषणा नहीं, कांग्रेस में शांति
एक तरफ भाजपा में बवंडर उठा है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस खेमे में बिलकुल सन्नाटा पसरा है. शांति की वजह ये है कि कांग्रेस आलाकमान द्वारा उम्मीदवार की घोषणा अब तक नहीं की गयी है. बता दें कि भाजपा की तरह कांग्रेस खेमे में कई दिग्गज टिकट पाने की कतार में लगे हुए हैं. इनकी भी अपने-अपने स्तर से मेहनत जारी है. इनमें जलेश्वर महतो, मन्नान मल्लिक, ददई दुबे, राजेश ठाकुर, अजय दुबे समेत कई अन्य नाम भी शामिल हैं. हालांकि बाद में गिरिडीह के भाजपा रवींद्र पांडेय का भी जोरदार तरीके से नाम उछला है. बावजूद इसके कांग्रेस खेमे में शांति कायम है. दिल्ली में धनबाद के कई अन्य नेता भी अपने-अपने स्तर से प्रयासरत हैं. अब देखना है कि कांग्रेस में टिकट की बाजी कौन मारता है. कांग्रेसी उम्मीदवार के नाम की घोषणा के बाद ही धनबाद में चुनावी का खुमार सिर चढ़ कर बोलेगा.
ढुल्लू का नया बखेड़ा, बोले- विरोध में जो प्रत्याशी आएगा, उसका वध किया जाएगा
विधायक ढुल्लू महतो का तो वैसे अब विवाद के साथ चोली-दामन का रिश्ता सा बन चुका है. प्रिंस खान के बाद अब कांग्रेस पार्टी कार्यालय में उनके संबोधन के दौरान बोली गई बातें सोशल मीडिया में तैरने लगी हैं. इस संबोधन में ढुल्लू बोल रहे हैं कि धनबाद में जो भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में आने वाले हैं, उनकी तरफ से भाजपा कार्यकर्ताओं को चुनौती दी गई है. भाजपा कार्यकर्ता चुनौती को चुनौती के रूप में स्वीकार कर उनका वध करने का काम करेंगे. सोशल मीडिया पर यह बयान अन्य प्रत्याशियों के वध करने की बात कहकर पोस्ट हो रही है. हालांकि ढुल्लू महतो ने चुनौती को वध करने की बात कही है या फिर प्रत्याशी को वध करने की, इस बात का अंदाजा सिर्फ उन्हें ही होना चाहिए.
प्रिंस के खिलाफ फिर इंटरपोल की शरण में पुलिस
विधायक ढुल्लू महतो और सरयू राय के बीच विवाद को लेकर प्रिंस खान ने कृष्णा अग्रवाल और सरयू राय को धमकी दी थी. मामले को लेकर धनबाद पुलिस ने कृष्णा अग्रवाल को सुरक्षा मुहैया करा दिया है और उनके बयान के आधार पर ढुल्लू और प्रिंस खान के खिलाफ बरवाअड्डा थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. एसएसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक बार फिर इंटरपोल से संपर्क साधा है, ताकि प्रिंस खान का भारत प्रत्यर्पण कराया जा सके. बता दें कि इससे पहले धनबाद के तत्कालीन एसएसपी संजीव कुमार ने भी इंटरपोल और दुबई सरकार को कई बार पत्र लिखकर प्रिंस खान के प्रत्यर्पण की कोशिश की थी. बाद में ईडी ने भी प्रिंस के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रिंस खान कुछ दिनों तक शांत रहा, लेकिन ढुल्लू-सरयू प्रकरण में एक बार फिर उसने इंट्री की है.