Maithon : पिछले बारह दिनों से बंद ईसीएल की कापासारा आउटसोर्सिंग में 19 जून को कामाकज शुरू हो गया. प्रबंधन के साथ सोमवार को वार्ता में मजदूरों पर किए गए झूठे मुकदमे तीन दिन में वापस लेने के संचालक के आश्वासन पर मजदूरों ने आंदोलन समाप्त कर दिया और काम पर लौट आए. मौके पर मौजूद झामुमो, भाजपा एवं बीसीकेयू के नेताओं ने कहा कि मजदूर हित को देखते हुए यह कदम उठाया गया.
ज्ञात हो कि 8 जून को एक झोला कोयला ले जाने को लेकर ठेका मजदूर मधुसूदन बाउरी की आउटसोर्सिंग संचालक के निजी गार्डों ने पिटाई कर दी थी. आरोप था कि निजी गार्ड मधुसूदन को जबरन गाड़ी में बैठाकर ऑफिस ले गए और बाथरूम में बंद कर बेरहमी से पीटा. इतना ही नहीं, मधुसूदन बाउरी सहित 13 मजदूरों के खिलाफ निरसा थाना में झूठा केस दर्ज करा दिया और उन्हें काम से हटाने का नोटिस भी दे दिया गया. इससे गुस्साए कंपनी के ठेका मजदूरों ने मधुसूदन बाउरी के समर्थन में कापासारा आउटसोर्सिंग का काम ठप कर दिया. 13 मजदूरों को काम पर वापस लेने व झूठा केस वापस लेने की मांग पर मजदूर अड़े रहे. सोमवार को मजदूर नेताओं की ईसीएल प्रबंधन के साथ वार्ता में संचालक ने मजदूरों की जायज मांगों को मान लिया. इसके बाद मजदूरों ने अपना आंदोलन खत्म करने की घोषणा की. वार्ता में यूनियन की ओर से आगम राम, बादल बाउरी, लखी देवी, सौमेन मुखर्जी, राजा बाउरी व कापासारा आउटसोर्सिंग कोलियरी की ओर से एपीएम बिमल भौमिक, एजेंट पीके सिंह, प्रबंधक शमीम अंसारी आदि शामिल थे.
यह भी पढ़ें : धनबाद बना झारखंड जूडो चैंपियनशिप का उपविजेता, 7 स्वर्ण, 3 रजत व 8 कांस्य पदक जीते