DHANBAD : धनबाद जिला परिषद इन दिनों आमदनी कम होने से चिंतित है. आमदनी कम होने से विकास कार्य को गति देने में असुविधा हो रही है. जिला परिषद चाहती है कि आय के स्रोत बढ़ा कर इस कमी को पूरा किया जा सकता है. पिछली कई बैठकों में गहन विचार-मंथन के बाद परिषद ने कुछ उपाय भी ढूंढ़ निकाले हैं. विगत 18 जनवरी को जिला परिषद बोर्ड की वर्चुअल बैठक में उन उपायों की घोषणा की गई.
दुकानदारों से वसूला जाएगा बकाया किराया
2012 में जिला परिषद के 98 भवन सहित कई प्रोपर्टी को सील कर दिया गया था. जिला परिषद ने अब उन सील भवनों को खोलने का फैसला किया है. आय बढ़ाने के मकसद से लिये गये निर्णय के तहत महाधिवक्ता की राय लेकर उन भवनों को खोला जाएगा. इसके अलावा टेक्सटाइल मार्केट का किराया 15 रुपये वर्गफुट की दर से लेने का निर्णय लिया गया. जिला परिषद की वैसी जमीन, जिसपर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है, उसे भी मुक्त कर वहां जिला परिषद का साइन बोर्ड लगाया जाएगा. जिले में जहां भी जिला परिषद की जमीन है, उसका ब्लू प्रिंट तैयार कर अवैध कब्जा हटाने का भी फैसला किया गया. जो दुकानदार किराया नहीं दे रहे हैं, उनसे वसूला जाएगा, जबकि जो दुकान खाली पड़ी है, उसे भाड़ा पर लगाने का निर्णय लिया गया.
ऑनलाइन बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष रोबिन गोराई ने की. बैठक में डीडीसी डीडी दास, जिला अभियंता, कार्यपालक पदाधिकारी रामेश्वर सिंह, जिला परिषद सदस्य अशोक सिंह, सुनील कुमार मुर्मू, प्रियंका पाल, दिल मोहम्मद, लालमुनी देवी, मिठुन रविदास, निशा देवी, दुर्गा दास समेत 26 सदस्य मौजूद थे.
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