Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद जिला परिषद को 15 वें वित्त आयोग से इस वित्तीय वर्ष में 4.35 करोड रुपये मिले हैं. जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह का कहना है कि इस फंड से पानी सप्लाई, रोड, नाली, पुल पुलिया तथा अन्य विकास कार्य होंगे. केंद्र सरकार ने 15वें वित्त आयोग के आवंटन में टाइड एंड अनटाइड मद की योजनाओं पर खर्च की राशि निश्चित कर दी है. नियम के तहत 50% राशि टाइड मद में सप्लाई वाटर, स्वच्छता मिशन सहित अन्य आवश्यक सेवाओं पर खर्च करने का निर्देश है.
डीएमएफटी की प्रबंधन समिति से 1 करोड़ की मांग
उन्होंने कहा कि जिला परिषद को डीएमएफटी से भी राशि मिलेगी. डीएमएफटी के प्रबंधन समिति से जिला परिषद बोर्ड ने1 करोड़ रुपये की मांग की है. जिप बोर्ड का जोर आय स्रोत बढ़ाने पर है. अगली बैठक में इस एजेंडे पर बातचीत होगी. खाली जमीन के उपयोग पर भी चर्चा की जाएगी. जमीन पर पीपीपी मोड में मार्केट कांप्लेक्स बनाने का प्रस्ताव लाया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या है. अध्यक्ष ने कहा कि सरकारी स्कूलों में सुधार की जरूरत है. हर जिप सदस्य एक स्कूल को गोद लें और शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करें. कहा कि छठ के बाद बोर्ड की बैठक में इन बातों पर विचार किया जाएगा.
फिक्स्ड राशि का ब्याज स्थापना मद पर खर्च
धनबाद जिला परिषद को विकास कार्य के लिए फंड की कमी है. अध्यक्ष शारदा सिंह कहती हैं कि जो भी राशि है, वह स्थापना मद की है और वह बैंक में फिक्स्ड है. ब्याज से जो राशि मिलती है वह कर्मचारियों के वेतन व स्थापना मद में खर्च होती है. आय का बड़ा स्रोत दुकान, प्रतिष्ठान व विवाह भवन का किराया है. 900 दुकानों से किराया मिलता है. परंतु दुकानों की मरम्मत भी बाकी है.
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