सड़क पर पड़े मृत पशु उठाव को लेकर पार्षद और नगर परिषद अध्यक्ष आमने-सामने
Godda : जिले में पिछले कई दिनों से जारी वार्ड पार्षदों और नगर परिषद (नप) अध्यक्ष के बीच अंदरूनी कलह देखी जाती रही है. अब यह कलह खुलकर सामने आ गयी है. कलह का कारण बीच सड़क में पड़े मृत पशु. कलह वार्ड पार्षद प्रीतम गाड़िया और नप अध्यक्ष जितेंद्र मंडल के बीच हुआ है.
बुधवार को नगर परिषद के व्हाट्सएप ग्रुप में एक मैसेज वायरल हुआ, जिसमें पार्षद प्रीतम गाड़िया कह रही है कि बिना पैसे लिये परिषद में कोई काम नहीं किया जाता. पार्षद को अपने क्षेत्र के लोगों से जानकारी मिली थी कि क्षेत्र में बीच सड़क पर एक पशु मृत पड़ा है. इसपर उन्होंने फौरन परिषद से इसे उठाने की मांग की. इसपर परिषद कार्यालय से पार्षद को जवाब मिला कि मृत पशु को उठाने के लिए 500 रुपये जमा करना पड़ेगा. नाराज पार्षद ने बताया कि जनता द्वारा ऐसे कार्यों के लिए पहले से ही परिषद को टैक्स दिया जाता है. जिसके जवाब में व्हाट्सएप ग्रुप में ही उन्हें टैक्स चोर बताया दिया गया.
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पार्षद का आरोप, बिजली के सामानों की खरीदारी में हो रही मनमानी
अपने ऊपर लगे आरोप से नाराज पार्षद ने तुरंत ही परिषद अध्यक्ष से इस बाबत जवाब मांगा. उन्होंने कहा कि ऐसे आरोप का प्रमाण अध्यक्ष को अविलंब देनी चाहिए. अगर प्रमाण नहीं है, तो अध्यक्ष को इसपर माफी भी मांगना चाहिए. पार्षद यही तक नहीं रूकी. उन्होंने कहा कि कई बार नगर अध्यक्ष व कार्यपालक पदाधिकारी को वार्ड में खराब वेपर तथा लाइट को ठीक करने के लिए कहा जाता रहा है, कई वर्षों से बिजली के सामानों की खरीदारी में मनमानी की जा रही है. लेकिन आज तक इसे ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा, जब जनता को सुविधा ही नहीं दी जा रही है, तो टैक्स वसूली का काम बंद कर देना चाहिए.
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कोई प्रमाण है, तो वे सामने लाए, नहीं तो सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे पार्षद : अध्यक्ष
आरोप के बाद नगर अध्यक्ष ने पत्र लिख कहा कि उन्हें भी व्हाट्सएप ग्रुप से ही पार्षद से मृत पशु उठाने को लेकर पार्षद से पैसे मांगे जाने की जानकारी मिली. पार्षद ने बिजली सामान की चोरी का भी आरोप लगाया है. अगर पार्षद के पास कोई प्रमाण है, तो वे सामने लाए, नहीं तो उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए.
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