Seraikela : विस्थापित-प्रभावित संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट कंपनी के वरीय अधिकारी रवि श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विस्थापित-प्रभावित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष मोहन बास्के और सचिव भोमरा मांझी ने किया. ज्ञापन में कंपनी की स्थापना से विस्थापित हुए ग्रामीणों को रोजगार में प्राथमिकता देने, प्रदूषण पर रोक लगाने समेत कई अन्य मांगें शामिल हैं.
इसे भी पढ़े : चतरा के टंडवा में उग्रवादियों ने कोयला लदे दो हाईवा फूंक दिये
28 लोगों की मेडिकल जांच होने के बावजूद नहीं मिली नौकरी
मोहन बास्के ने बताया कि 28 लोगों की मेडिकल जांच होने के बावजूद उन्हें नौकरी नहीं दी गयी है. कंपनी स्थापना से पहले ग्रामीणों को नौकरी देने का वादा किया गया था. लेकिन वर्षों बीत जाने के बावजूद विस्थापितों की स्थिति जस-की-तस है. मोहन बास्के ने कहा कि कंपनी प्रबंधन सीएनटी, एसपीटी एंव पेसा कानून का उल्लंघन कर रहा है.
सकारात्मक पहल नहीं होने पर आंदोलन करेगा संघर्ष मोर्चा
मोर्चा ने आरोप लगाया है कि कंपनी द्वारा प्रदूषण फैलाया जा रहा है. इससे लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. कंपनी द्वारा सीतारामपुर डैम में गंदगी बहायी जा रही है. कहा कि आसपास के ग्रामीणों के लिए यह पानी का एकमात्र स्रोत है. उन्होंने कंपनी प्रबंधन को 15 दिनों के अंदर सकारात्मक पहल करने का आग्रह किया है. विस्थापित-प्रभावित संघर्ष मोर्चा ने कंपनी को आंदोलन की चेतावनी दी है.
प्रतिनिधिमंडल में ये लोग रहे शामिल
अध्यक्ष ने बताया कि टाटा लांग प्रोडक्टस कंपनी ने 2019 में उषा मार्टिन कंपनी का अधिग्रहण किया है. लेकिन इससे ग्रामीणों को कोई फायदा नहीं हुआ. वहीं कंपनी के अधिकारी रवि श्रीवास्तव ने कहा कि इस बारे में वरीय अधिकारियों को अवगत कराया जायेगा. प्रतिनिधिमंडल में विश्वनाथ हांसदा, महेंद्र मार्डी, शंकर दास, विभीषण सरदार, सरोज मुखर्जी, दीपक नायक, अनिल सोरेन, रवि सरदार समेत कई अन्य लोग शामिल है.