Ranchi : पंचायत चुनाव को लेकर राज्य में आचार संहिता लागू हो गया है. इसके बावजूद बीजेपी के केंद्रीय मंत्री ‘परिदर्शन’ नाम के कार्यक्रम के तहत झारखंड के जिलावार दौरा कर अधिकारियों संग योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं. यह सीधे-सीधे चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन है. यह आरोप सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गुरूवार को प्रेस कांफ्रेस कर लगाया है. पार्टी प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने कहा है कि बीजेपी के तीन केंद्रीय मंत्री झारखंड का दौरा कर रहे हैं.
इनमें केंद्रीय मत्स्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला 13 और 14 अप्रैल को गुमला में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. इस दौरान वे जिले के अधिकारियों द्वारा सरकारी योजनाओं की समीक्षा भी कर रहे हैं, जो पूरी तरह से चुनावी आचार सहिंता का उल्लंघन है. इसी तरह केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी 17 और 18 अप्रैल को गिरीडीह और दुमका दौरे पर जाने वाली हैं. वहीं केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह भी 19 से 21 अप्रैल तक राज्य के दौरे पर आने वाले हैं. विनोद पांडेय ने कहा कि जेएमएम इसका विरोध करती है. पार्टी ने फैसला किया है कि आने वाले शनिवार को चुनाव आयोग के पास पार्टी नेता शिकायत कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग करेंगे.
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इस दौरान पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य भी उपस्थित थे. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज भाजपा राज में पंचायती राज व्यवस्था या ग्रामसभा पर सीधे-सीधे हमला बोला जा रहा है. जहां- जहां भाजपा की सरकारें है, वहां तो घोषित तौर पर संविधान को खत्म किया जा रहा है. वहीं, गैर भाजपा शासित राज्यों में संविधान की धारा को तोड़ने का काम हो रहा है. उन्होंने सवाल उठाया, कि देश में भाजपा संविधान को बनाये रखना चाहती है या नहीं.
उन्होंने कहा, जब आचार संहिता लागू है तो केंद्रीय मंत्रियों का जिलावार दौरा इसका सीधे-सीधे उल्लंघन है. सुप्रियो ने कहा कि पिछले दिनों आईएएस, आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए केंद्र का सीधा-सीधा नियंत्रण का निर्देश दिया है. ऐसे में अधिकारियों पर दबाव पहले ही बना दिया गया है. अब केंद्रीय मंत्री चुनावी आचार संहिता लगाय़े जाने के दौरान झारखंड के जिलों का दौरा कर रहे हैं, यह कहीं से भी सही नहीं है. इसके पहले तो बीजेपी के मंत्री राज्य दौरे पर नहीं आये थे. पंचायत चुनाव के समय उनका दौरा साफ बताता है, कि वे डर गये है कि वे लोगों के दिल से निकल गये हैं. इसके लिए वे पैसे और पावर दोनों का उपयोग कर रहे हैं.
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