Lagatar Desk: आप सभी जानते हैं कि इस समय पूरी दुनिया में कोरोना महामारी फैली हुई है. जिससे लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. लोगों को यह डर सता रहा है कि कहीं वे भी संक्रमित ना हो जाएं. एक साल की कड़ी मेहनत के बाद करोना से बचाव के लिए वैज्ञानिकों ने वैक्सीन की खोज की है.
क्या है वैक्सीन पासपोर्ट
सभी देशों में अलग-अलग स्तर से वैक्सीन लगाने का काम जोरों पर जारी है. भारत में भी वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है. लेकिन आने वाले कुछ महीने बाद आप अगर एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं या एक देश से दूसरे देश का सफर करेंगे तो एक डिजिटल डॉक्यूमेंट आपको अपने साथ लेकर जाना होगा. ये आपको वैक्सीन पासपोर्ट के माध्यम से बताया जाएगा कि व्यक्ति को वैक्सीन कब लगा है और वह कबतक वैलिड है. साथ ही यह भी बताया जाएगा कि यात्री कहीं कोरोना संक्रमित तो नहीं है.
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मान लीजिए कि आप भारत से कहीं दूसरे देश की यात्रा करने जा रहे हैं तो जैसे अपना पासपोर्ट कैरी करते हैं, उसी तरह से वैक्सीन पासपोर्ट को डिजिटल डॉक्यूमेंट के रूप में साथ ले जाना होगा. यह उस देश को बताएगा कि आप जहां से आ रहे हैं वहां आप कोरोना संक्रमित थे या नहीं, साथ ही वैक्सीनेशन कब हुआ था. आगे आपको कब वैक्सीन का दूसरा डोज लगाया जाएगा. इस तरह की तमाम जानकारी वैक्सीन पासपोर्ट में रहेगी.
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हालांकि यह तय नहीं है कि इसे ऐप के रूप में डेवलपमेंट किया जाएगा या सिर्फ डॉक्यूमेंट होगा. इस डेवलपमेंट के लिए काम भी जोरों पर चल रहा है. अगर आप किसी देश में घूमने जाते हैं तो इसी पासपोर्ट के माध्यम से पता लगाया जाएगा कि आप कहीं कोरोना से संक्रमित तो नहीं है. आपको कितनी बार वैक्सीन का टीका लगाया गया है. इस तरह की तमाम जानकारी इसी पासपोर्ट के माध्यम से पता लगाया जाएगा.